भाजपा के प्रदेश दिग्गजों के कारण अटकी हुई है राठौड़ की टीम, आलाकमान सभी बड़े नेताओं को करना चाहता है राजी
RNE Network.
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को अभी तक भी अपनी टीम बनाने की अनुमति नहीं मिली है। राठौड़ ने प्रदेश प्रभारी राधे मोहन से चर्चा के बाद पदाधिकारियों की एक सूची बनाई और राष्ट्रीय नेतृत्त्व से उस पर चर्चा की।
राष्ट्रीय नेतृत्त्व ने सूची को मंजूर करने के स्थान पर राठौड़ को कहा कि वे पहले राज्य के दिग्गज नेताओं से इस पर चर्चा करें और उनके सुझावों के अनुसार दुबारा सूची तैयार करें। उस पर ही राष्ट्रीय नेतृत्त्व विचार करके स्वीकृति प्रदान करेगा।
सीएम व यादव से हो गई बात:
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा व राठौड़ की कैमेस्ट्री अच्छी है। इस कारण प्रदेश कार्यकारिणी के लिए दोनों नेताओं के बीच तो चर्चा हो गई। वहीं अलवर सांसद व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव वैसे भी राज्य की राजनीति में ज्यादा दखल नहीं करते। उनसे भी प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ की बात हो गई।
राजे, शेखावत से होनी है बात:
राज्य की भाजपा राजनीति में एक बड़ा धड़ा पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का माना जाता है। उनकी टीम को प्रदेश कार्यकारिणी में एडजस्ट करना भी जरूरी है। राष्ट्रीय नेतृत्त्व ने भी उनसे बात करने का निर्देश राठौड़ को दिया है। राजे और राठौड़ के बीच अभी तक चर्चा नहीं हो सकी है। वो न हो तब तक प्रदेश की टीम को फाइनल नहीं किया जा सकता।
ठीक इसी तरह केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की भी राज्य में अपनी एक टीम है, राठौड़ को उसे भी एडजस्ट करना पड़ेगा। उनसे भी अभी तक बात नहीं हो सकी है। इतना तो तय है कि राजे व शेखावत से चर्चा के बाद ही राठौड़ की टीम का गठन होगा।