शीतकालीन सत्र इस बार 1 दिसम्बर से होगा शुरू, संसद सत्र छोटा होगा, आ सकते है संविधान संशोधन बिल
RNE Network.
संसद का शीतकालीन सत्र 1 दिसम्बर से आरम्भ होगा और 19 दिसम्बर तक चलेगा। इस दौरान संसद की कुल 15 बैठकें होगी। इस लिहाज से पिछले सत्रों की तुलना में यह सत्र छोटा होगा।
संसद का शीतकालीन सत्र ऐसे समय मे हो रहा है जब विपक्ष मतदाता सूचियों में कथित गड़बड़ी और वोट चोरी पर मुखर है। माना जा रहा है कि इस कारण संसद का सत्र हंगामेदार रहेगा। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजूजू ने एक्स पर पोस्ट से संसद के शीतकालीन सत्र की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने सरकार के शीतकालीन सत्र के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार इस सत्र में कई महत्त्वपूर्ण बिल पारित कराना चाहती है। जिसमें एक देश - एक चुनाव से जुड़े संविधान के 129 वें संशोधन व जेल से मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों के सरकार चलाने से रोक वाले 130 वें संशोधन बिल को पारित कराने की कोशिश कर सकती है। इसके अलावा जन विश्वास बिल, इंसोल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बिल ( आईबीसी ) जैसे बड़े विधेयक भी पेश हो सकते है।
विपक्ष का आरोप:
संसद का शीतकालीन सत्र छोटा होने पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि 15 कार्यदिवस की अवधि बेहद सीमित है। सरकार बहस से डरती है।