CBI Action : हरियाणा के स्कूलों पर सीबीआई की बड़ी कार्रवाई, स्कूल मुखियों को किया तलब
सीबीआई ने स्कूलों के मुखियाओं को चंडीगढ़ मुख्यालय में 2014-15 और 2015-16 के बीच हुए दाखिला का पूरा रिकॉर्ड लेकर बुलाया
हरियाणा के सरकारी स्कूलों में लगभग चार लाख छात्रों से जुड़े कथित फर्जी दाखिला घोटाले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने जांच तेज कर दी है। सिरसा जिले के सीबीआई ने 14 स्कूलों के मुखियाओं को चंडीगढ़ मुख्यालय में 2014-15 और 2015-16 के बीच हुए दाखिला का पूरा रिकॉर्ड लेकर बुलाया है। इस दौरान जिले के 35 सरकारी स्कूलों में 2938 फर्जी दाखिले पाए गए थे।
सीबीआई ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर स्कूलों के मुखियाओं को रिकॉर्ड प्रस्तुत करने के लिए मुख्यालय में बुलाया है। सीबीआई ने तीन चरणों में सातों खंडों के दो-दो स्कूलों का रिकॉर्ड प्रस्तुत करने के लिए कहा है। बुधवार को प्रथम चरण में बड़ागुढ़ा, डबवाली व ऐलनाबाद स्कूलों के मुखिया सीबीआई के समक्ष रिकॉर्ड प्रस्तुत करेंगे। बता दें कि 2013 तक हरियाणा के सरकारी स्कूलों में दाखिले मैन्युअली होते थे।
लेकिन 2014-15 से बच्चों के आधार कार्ड के साथ एमआईएस पोर्टल पर डाटा अपलोड किया जाने लगा। जिससे दाखिले कम दिखने लगे। इसी कारण 2014-15 और 2015-16 के बीच सिरसा के 35 स्कूलों में 2938 बच्चों के दाखिले में अंतर पाया गया।
फर्जी एडमिशन का खुलासा 2015 में हुआ, जब गेस्ट टीचर्स की नौकरी से हटाए जाने के विरोध में मामला सामने आया। सरकार ने माना है कि प्रदेश में 22 लाख दाखिलों में से 4 लाख दाखिले फर्जी हैं। इस पर अदालत ने जांच का आदेश दिया। अदालत ने पाया कि फर्जी दाखिलों के कारण मिड-डे मील, वर्दी और छात्रवृत्ति जैसे लाभों में घोटाला हुआ है। चंडीगढ़ की सीबीआई ने इस मामले में तीन एफआईआर भी दर्ज की हैं।
स्कूलों का यह रिकार्ड करना होगा प्रस्तुत
सत्र 2014-15 और 2015-16 के सभी कक्षाओं और सेक्शनों के मूल उपस्थिति रजिस्टर। प्रवेश और निकासी रजिस्टर जिसमें स्कूल में प्रवेश या त्याग करने वाले छात्रों का विवरण। छात्रवृत्ति, मासिक वजीफा, वर्दी, स्टेशनरी, बैग और मिड-डे मील वितरण का विवरण युक्त रजिस्टर।
संबंधित स्कूलों के खातों का विवरण, जिसमें लाभार्थी छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति और अन्य प्रोत्साहन शामिल हों। 25 सितंबर 2014 से 31 मार्च 2016 तक स्कूल छोड़ने वाले छात्रों का पूरा विवरण, जिसमें नाम, पिता का नाम, पता, कक्षा, त्याग तिथि और कारण शामिल हों।
2014-15 और 2015-16 का रिकॉर्ड मांगा
सिस्सा के जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी बूटा राम ने बताया कि सीबीआई ने 2014-15 और 2015-16 का रिकॉर्ड मांगा है। स्कूल मुखिया रिकॉर्ड लेकर मुख्यालय पेश होंगे। जिले के सातों खंडों के दो-दो स्कूलों के मुखिया सीबीआई की जांच में शामिल होंगे। शिक्षा विभाग की तरफ से जांच में पूरा सहयोग किया जाएगा।