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JE suspended : बिजली मीटर में उपकरण लगाकर रीडिंग स्पीड कम करने पर जेई सस्पेंड, मुख्यालय ने जारी किए आदेश

बिजली कर्मी बिजली मीटर की स्पीड को धीमा करने के लिए लोगों से 15-15 हजार रुपये लेते थे। इसके बदले में बाजार से 15 रुपये का उपकरण लाकर मीटर पर लगा देते थे।
 

बिजली निगम के एक जेई को लोगों से रुपये लेकर मीटर की स्पीड को धीमा करना बिजली निगम के जेई को महंगा पड़ गया। निगम की जांच में दोषी पाए जाने पर मुख्यालय की तरफ से जेई को सस्पेंड कर दिया। मामला पानीपत जिले का है।  इस मामले में चौकाने वाला मामला सामने आया कि बिजली कर्मी बिजली मीटर की स्पीड को धीमा करने के लिए लोगों से 15-15 हजार रुपये लेते थे। इसके बदले में बाजार से 15 रुपये का उपकरण लाकर मीटर पर लगा देते थे।

इसके बाद मीटर की स्पीड धीमी पड़ जाती थी। इसी तरह बिजली कर्मचारियों के सहयोग से लोग बिजली निगम को चूना लगा रहे थे। इसी मामले की निगम के अधिकारियों को भनक लग गई। इस पर मुख्यालय की तरफ से इस मामले की जांच करने के आदेश दिए। जांच में सामने आया कि पानीपत शहर में तैनात जेई अंकित शर्मा इस काम में संलिप्त है। जहां लोगों से बिजली रीडिंग को धीमी करने के लिए 15-15 हजार रुपये ले रहे थे।

जहां पर कच्चे कर्मचारियों को लगाकर मीटर के अंदर ही उपकरण फीट किया जा रहा था। इसके बाद मीटर की रीडिंग की स्पीड धीमी हो जाती थी। बिजली बिल कम होने का मामला लगातार चर्चा में आ गया। इसके बाद लोगों में इसको लगावाने की होड़ लग गई। इस मामले की शिकायत केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल, मुख्यमंत्री नायब सिंह और बिजली मंत्री अनिल तक पहुंच गई। जहां पर विभाग हरकत में आया।

निगम के अधिकारियों ने मौके पर जाकर देखा तो शिकायत में दम था और कई लोगों के बिजली मीटर के अंदर 15 रुपये में आना वाला एक उपकरण लगाया हुआ था। फर्जीवाड़ा सामने आने पर निगम में ऊपर तक हड़कंप मच गया। इस पर यूएचबीवीएन पंचकूला मुख्यालय के अंडर सेक्रेटरी ने जेई अंकित शर्मा को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए।