BPL Ration Card : हरियाणा में अब 100 गज से ज्यादा का प्लाट मिला तो तुरंत कट जाएगा राशन कार्ड, विभाग के पास पहुंचा डाटा
हरियाणा में अपात्र राशन कार्ड धारकों की छंटनी के लिए नागरिक संसाधन सूचना विभाग ने अब अपनी डिजिटल जांच का दायरा बढ़ा दिया है। विभाग के पास अब पहली बार ऑनलाइन रजिस्ट्री, बैंक लोन और आईटीआर का डेटा पहुंचना शुरू हो गया है, जिससे वेरिफिकेशन प्रक्रिया पूरी तरह स्वचालित हो जाएगी।
अब नई व्यवस्था के तहत यदि कोई कार्ड धारक शहर में 100 गज या गांव में 200 गज से अधिक का प्लॉट खरीदता है, तो ऑनलाइन रजिस्ट्री होते ही उसकी जानकारी क्रीड विभाग के पास पहुंच जाएगी और उसे बीपीएल सूची से हटा दिया जाएगा। इसके अलावा, एक नया नियम यह भी लागू किया गया है कि यदि किसी परिवार ने लगातार 6 माह तक राशन नहीं लिया है तो विभाग मान लेगा कि उन्हें इसकी आवश्यकता नहीं है और उनका कार्ड रद्द कर दिया जाएगा।
आंकड़ों की बात करें तो सितंबर माह में जिले रेवाड़ी में कुल 1,40,011 बीपीएल कार्ड धारक थे जिनमें 4,95,152 सदस्य थे, जो दिसंबर तक घटकर मात्र 1,21,141 रह गए हैं। यानी महज तीन महीनों में विभाग द्वारा की गई कार्यवाही में 18,870 अपात्र कार्ड धारक सिस्टम से बाहर हो गए हैं। वहीं इनमें कई कार्ड धारक ऐसे भी है, जो विभाग की गलती से पात्र होते हुए भी राशनकार्ड की सूची से बाहर हो गए है।
इस तरीके के डाटा से हो रही अपात्रों को लिस्ट से बाहर करने की कार्यवाही
क्रीड विभाग विभिन्न तरह के डिजिटल डाटा के साथ अपात्र काडों को बीपीएल कार्ड की लिस्ट से बाहर करने की कार्यवाही कर रहा है। यह कार्यवाही शहर में 100 गज या गांव में 200 गज से ज्यादा का प्लॉट/मकान खरीदने पर, परिवार के किसी भी सदस्य द्वारा आयकर रिटर्न भरने पर, बड़ी राशि का लोन लेने पर, जो आय सीमा का उल्लंघन करता हो, साल भर में 24,000 रुपए से अधिक का बिजली बिल आने पर,
साल में 3.60 लाख रुपये से अधिक की फसल सरकारी पोर्टल पर बेचने पर, परिवार के नाम पर चार पहिया वाहन होने पर और लगातार 6 महीने तक राशन डिपो से राशन न लेने पर। वहीं विभाग के अधिकारियों के अनुसार शिक्षा विभाग से डाटा एकत्रित कर आगे महंगे प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले कार्ड धारकों का डाटा भी जांचा जाएगा और अपात्र कार्ड धारकों को बीपीएल की सूची से बाहर किया जाएगा।
जारी रहेगी कार्यवाहीः क्रीड प्रबंधक
क्रीड विभाग रेवाड़ी के जिला प्रबंधक दीपक चौहान ने बताया कि अब हमारे पास ऑनलाइन रजिस्ट्री, आईटीआर और लोन का डेटा सीधे पीपीपी से लिंक होकर आ रहा है। यदि कोई व्यक्ति बीपीएल की निर्धारित शतों का उल्लंघन करता है, तो सिस्टम उसे तुरंत अपात्र घोषित कर कार्ड काट देता है। यह स्वचालित प्रक्रिया फर्जीवाड़ा रोकने में प्रभावी है और यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी।