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रिकी केज ने दृश्य और वाद्य का चमत्कृत करने वाला संयोग प्रस्तुत किया, उन्मेष के समापन पर हुआ ये महत्ती सांस्कृतिक आयोजन

 

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साहित्य अकादेमी,संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार तथा बिहार सरकार के सहयोग से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय साहित्य उत्सव उन्मेष 2025 पटना की अंतिम सांस्कृतिक प्रस्तुति तीन ग्रैमी अवार्ड विजेता रहे  रिकी केज   के गीत और संगीत  की रही ।

दृश्य और वाद्य के अद्भुत संयोग से तैयार इस प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया ,खासतौर पर युवाओं का। सबसे पहले उन्होंने अर्थ सांग गीत प्रस्तुत किया और उसके बाद अंजना  पदमनाभन ने गंगा गीत प्रस्तुत किया। अगला गीत हाथियों और आदमी के  बीच चल रहे संघर्ष को दर्शाता था जिसे उन्होंने भारतीय वन विभाग को उनके अच्छे कार्य के लिए समर्पित किया ।

अगला गीत आदिवासी  किसानों  की  तीन हजार साल पुराने  संगीत का फ्यूजन था।केसरिया बालम पधारो मेरे देश को भी युवाओं ने  खूब पसंद किया।