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ट्रांसपोर्ट सिस्टम और मेट्रो मिलकर बदलेंगे इस शहर की सूरत

यदि मेट्रो का किराया शहर के अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट माध्यमों से ज्यादा है तो भी सफलता में संदेह है
 
भोपाल में बस 16 किमी यात्रा 20 रुपए में
Bhopal Metro Train : भोपाल में मेट्रो ट्रेन का कमर्शियल रन यानि यात्रियों के साथ इसका संचालन अब सितंबर में करने की बात कही जा रही है। शहर के अर्बन पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम में ये एक नया और बड़ा बदलाव होगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मेट्रों के सफल संचालन के लिए इसका लोगों के लिए उपयोगी होना भी जरूरी है।

यदि मेट्रो का किराया शहर के अन्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट माध्यमों से ज्यादा है तो भी सफलता में संदेह है। उनके अनुसार लोगों को अपने घर के करीब से मेट्रो स्टेशन तक पहुंचने के लिए भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट के माध्यम की जरूरत है। यदि ऐसा नहीं तो फिर मेट्रो को आमजन के लिए उपयोग या जरूरी साबित करना एक बड़ी चुनौती की तरह होगा।

वे इंदौर मेट्रो में शुरू हुए कमर्शियल रन की स्थिति को सामने रखकर ही बताते हैं कि शुरुआत में जितनी संख्या में यात्री यहां पहुंचे थे अब वह काफी कम हो गई है। जैसे जैसे किराया बढ़ रहा है, यात्री घट रहे। भोपाल में ऐसा न हो ओर स्थाई व असल यात्री मिले, इसके लिए काम करने की जरूरत है।

भोपाल में बस 16 किमी यात्रा 20 रुपए में

स्ट्रक्चरल इंजीनियर शैलेंद्र बागरे ने बताया कि  मौजूदा पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम लो-फ्लोर बस आधारित है। इसमें दो किमी के लिए करीब ७ और 16 किमी में 20 रुपए है। इंदौर मेट्रो में ले रहे किराए के आधार पर ही भोपाल में किराया कम से कम 40 रुपए होगा। ये प्रति किमी पांच रुपए बन रहा है। इस सवाल का जवाब लेना होगा।

आर्किटेक्ट सुयश कुलश्रेष्ठ ने कहा कि  मेट्रो की मौजूदा लाइन एम्स से सुभाष तक में मेट्रो से आवाजाही का कोई तुक नहीं है। सीधे एयरपोर्ट तक जाने वाली लाइन से लेकर करोद या सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन तक पहुंचाने- लाने वाली लाइन पर यात्री मिलते। सुभाष से एम्स तक मेट्रो लाइन में रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से अन्य शहरों से आए मरीज व परिजन जरूर उपयोग करेंगे, लेकिन उसके अलावा यात्री मिलना मुश्किल है।

मेट्रो का प्रति किमी पांच रुपए किराए की तुलना में रिक्शा या बस का किराय लगभग आधा मिलेगा तो मेट्रो की यात्रा लोगों को इकॉनोमिकली थोड़ी महंगी पड़ेगी। इसके लिए फेयर कम करने के साथ ही मेट्रो तक अर्बन ट्रांसपोर्ट सिस्टम को कनेक्ट करने की जरूरत है।