{"vars":{"id": "127470:4976"}}

New District Update : हरियाणा में नए जिले को लेकर आया अपडेट, मुख्य सचिव ने जारी किया नोटिफिकेशन 

सरकार की तरफ से हांसी को 23वें जिले के तौर पर घोषित कर  दिया और राजस्व व सरकार के रिकार्ड में अब हांसी जिला के तौर पर शामिल हो गया है।
 

हरियाणा में गठित किए गए नए जिलों को लेकर सोमवार को अपडेट आया। सीएम नायब सैनी ने नए जिला हांसी के गठन की घोषणा की थी, लेकिन उसके नोटिफिकेशन का इंतजार था। सोमवार को सरकार की तरफ से हांसी को 23वें जिले के तौर पर घोषित कर  दिया और राजस्व व सरकार के रिकार्ड में अब हांसी जिला के तौर पर शामिल हो गया है।

सोमवार को हांसी को जिला बनाने का नोटिफिकेशन मुख्य सचिव एवं वित्तायुक्त डॉ. सुमिता मिश्रा ने जारी किया है। यह पत्र रजिस्ट्रीकरण अधिनियम 1908 और हरियाणा भू-राजस्व अधिनियम 1887 की शक्तियों के तहत हिसार जिले की सीमाओं को बदला गया और इसमें हिसार जिले में शामिल उपमंडलों में भी बदलाव कर दिया है। नोटिफिकेशन में हांसी व नारनाैद उपमंडल को हिसार जिले से अलग करके उसको हांसी जिले में शामिल किया गया है।

हिसार जिले में पहले छह तहसील व तीन उप तहसील शामिल थी। इसमें हिसार, हांसी, नारनौंद, बरवाला, बास और आदमपुर तहसील के तौर पर शामिल थे, जबकि बालसमंद, उकलाना और खेरी जालब उप तहसील थे, लेकिन अब हांसी को जिला गठन के बाद हिसार जिले के रिकार्ड से नारनौद , हांसी, बांस तहसील हिसार से अलग हो गई है और यह हांसी जिले में शामिल हो गए है। अब हिसार जिले में केवल हिसार और बरवाला उपमंडल ही शामिल रहेंगे। 

प्रदेश में अन्य शहरों को भी जिला बनाने का प्रस्ताव है, लेकिन इन जिलों में दूसरे जिलों के गांवों व तहसील को शामिल करना पड़ेगा। ऐसे में कई जिलों के गठन में विरोध देखने को मिल सकता है, लेकिन सरकार के पास पहुंचे 11 प्रस्ताव में हांसी ही एकमात्र ऐसा शहर था, जिसके गठन में कोई विरोध नहीं था। इसमें किसी भी उपमंडल के गांव को इधर से उधर नहीं करना पड़ा। 

हांसी जिले के बनने से प्रशासनिक सुविधाएं स्थानीय स्तर पर मिलेंगी। अब लोगों को प्रशासनिक कामों के लिए हिसार नहीं आना पड़ेगा। हांसी में ही जिला कलेक्ट्रेट और डीसी का कार्यालय स्थापित होगा।

इसके अलावा हांसी में जिला एवं सत्र न्यायालय का गठन किया जाएगा। जिला न्यायाधीश यहां बैठेंगे, जिससे मुकदमों की पैरवी स्थानीय रूप से संभव होगी। हांसी के जिला बनने से क्षेत्र के विकास में तेजी आएगी और नई योजनाओं के जरिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।