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Rajasthan-MP new line : राजस्थान से उज्जैन तक बनेगी 190 किमी नई रेल लाइन, रेलवे विभाग तैयार कर रहा डीपीआर 

4.75 करोड़ रुपये से डीपीआर तैयार की जा रही है। डीपीआर का रेलवे बोर्ड परीक्षण करेगा। इसकी मंजूरी के बाद यहां रेलवे लाइन बिछाने का काम शुरू होगा।

 

राजस्थान से मध्यप्रदेश तक रेलवे विभाग ने एक नई रेलवे लाइन की सौगात दी है। इस रेलवे लाइन  के बिछने के बाद राजस्थान की उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। वहीं बात की जाए कि मध्यप्रदेश के उज्जैन की भी दिल्ली से इसी लाइन से सीधी कनेक्टिविटी होगी। रेल मंत्रालय की ओर से राजस्थान के झालावाड़ से आगरा होते हुए उज्जैन तक रेलवे लाइन बिछाने के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे की रिपोर्ट के आधार पर डीपीआर तैयार करने का कार्य अंतिम चरण में है।

झालावाड़ से वाया आगर (उज्जैन) तक करीब 190 किमी रेल लाइन बिछाई जानी है। इसके लिए 4.75 करोड़ रुपये से डीपीआर तैयार की जा रही है। डीपीआर का रेलवे बोर्ड परीक्षण करेगा। इसकी मंजूरी के बाद यहां रेलवे लाइन बिछाने का काम शुरू होगा। यह रेलमार्ग कोटा के श्रीमथुराधीश मंदिर, झालावाड़ के झालरापाटन के द्वारकाधीश मंदिर और उज्जैन में महर्षि सांदीपनि आश्रम के बीच कनेक्टिविटी बनाएगा।

इससे श्रीकृष्ण गमन पथ के मंदिर व गुरु आश्रम ट्रेन मार्ग से जुड़ सकेंगे। इससे व्यापार और उद्योग के साथ धार्मिक टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। ग्वालियर स्टेट के समय 1932 से उज्जैन से आगर तक नैरोगेज ट्रेन का संचालन किया जाता था। भाप के इंजन से चलने वाली सात डिब्बे की रेल आगरा से उज्जैन तक 4 घंटे में पहुंचती थी। 1975 में यह रेल मार्ग बंद हो गया।

कोटा रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ जैन ने कहा  कि तीन राज्यों को जोड़ते हुए नई रेलवे लाइन का निर्माण किया जाएगा। रेलवे द्वारा झालावाड़- आगर- उज्जैन रेलमार्ग के लिए डीपीआर बनाने का काम चल रहा है।

डीपीआर को मंत्रालय की मंजूरी के बाद लाइन बिछाने प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। जल्द ही इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा और इसके बाद राजस्थान की उज्जैन तक सीधी कनेक्विविटी हो जाएगी।