वंदे भारत ट्रेन के बाद गोरखपुर से चलेगी अमृत भारत ट्रेन, 100 ट्रेनों का हो रहा निर्माण
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गोरखपुर-पाटलिपुत्र (पटना) के बीच नई वंदे भारत ट्रेन को सिवान से वर्चुअल माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके साथ ही पूर्वी भारत में रेल यातायात के नए युग की शुरुआत हुई। आठ कोच वाली सेमी हाईस्पीड वंदे भारत की आधुनिक तकनीक, तेज गति और सुविधाजनक यात्रा लोगों का सफर सुगम बनाएगी। 22 जून से इस ट्रेन का नियमित संचालन कप्तानगंज, बगहा, नरकटियांज, मुजफ्फरपुर और हाजीपुर के रास्ते होगा।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष गुरुवार को गोरखपुर जंक्शन के एसी लाउंज में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने बताया कि रेलवे के विकास के लिए 19,858 करोड़ रुपये का बजट मिला है। वंदे भारत की तरह अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनें भी चलाई जाएंगी।
भारतीय रेलवे स्तर पर 100 अमृत भारत और 50 नमो भारत ट्रेनें बनाई जा रही हैं, जिसमें 50 अमृत भारत ट्रेनें जल्द ही रेलवे को मिल जाएंगी। गोरखपुर से भी अमृत भारत ट्रेनें चलाई जाएंगी। यह ट्रेन पूरी तरह जनरल यानी साधारण होंगी। स्लीपर और जनरल कोचों वाली अमृत भारत ट्रेनें भी वातानुकूलित की तरह ही दिखेंगी, जिसमें पेंट्रीकार की सुविधा होगी।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि रेलवे हर सोसाइटी के हर सेक्शन को ध्यान में रखकर कार्य कर रहा है। सभी एक्सप्रेस ट्रेनों में चार जनरल कोच लगाए जा रहे हैं। अभी तक 1,250 जनरल कोच बनाए जा चुके हैं। पत्रकारों के सवालों का जवाब देने के क्रम में उन्होंने पुणे का उदाहरण दिया। बताया कि बड़े स्टेशनों के आसपास वाले स्टेशनों को टर्मिनल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
देशभर में 1,300 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है, जिसमें उत्तर प्रदेश के 57 स्टेशन शामिल हैं, जिनका कायाकल्प हो रहा है। ट्रैक की क्षमता बढ़ाई जा रही है, ताकि अधिक से अधिक ट्रेनें चलाई जा सकें और सभी यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिल सके।
बोर्ड अध्यक्ष ने गोरखपुर जंक्शन का निरीक्षण कर रेलकर्मियों की समस्याएं जानकर रनिंग स्टाफ के खानपान की व्यवस्था जांची। दोपहर 12 बजे वह महाप्रबंधक सौम्या माथुर समेत सभी संबंधित अधिकारियों के साथ विंडो ट्रेलिंग (निरीक्षण यान से निरीक्षण करना) करते हुए सिवान के लिए रवाना हो गए।