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Jaipur Super Fast Train : जयपुर से मुंबई के लिए रेलवे ने चलाई सुपरफास्ट नान स्टॉप ट्रेन, केवल तीन स्टेशनों पर होगा ठहराव 

उत्तर पश्चिम रेलवे ने राजस्थान, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के यात्रियों के लिए बेहतरीन सुपरफास्ट नॉन स्टाफ प्रीमियम रेल सेवा की शुरुआत की है
 

उत्तर पश्चिम रेलवे ने राजस्थान, मध्यप्रदेश व महाराष्ट्र के यात्रियों के लिए बेहतरीन सुपरफास्ट नॉन स्टाफ प्रीमियम रेल सेवा की शुरुआत की है। जयपुर से मुंबई के बांद्रा टर्मिनस तक चलने वाली यह ट्रेन पूरी तरह से सुपरफास्ट होगी और इसका ठहराव मात्र तीन स्टेशन पर होगा। इससे जयपुर से मुंबई तक का सफर करने वाले यात्रियों का कम समय लगेगा और उनका सफर भी आरामदेय होने वाला है।

यह सेवा यात्री सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन की गई है। यह ट्रेन राजस्थान की राजधानी जयपुर से चलने के बाद मुंबई तक इस ट्रेन का चन्देरिया, रतलाम व सूरत स्टेशनों पर ही ठहराव होगा। ऐसे में यात्रियों का सफर कम समय में हो पाएगा। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री शशि किरण के अनुसार, गाड़ी संख्या 09705,

जयपुर-बान्द्रा टर्मिनस साप्ताहिक सुपरफास्ट नॉन-स्टॉप प्रीमियम रेलसेवा 4 जनवरी, 2026 से 22 फरवरी, 2026 तक कुल 08 ट्रिप के लिए संचालित होगी। यह ट्रेन जयपुर से 4 जनवरी को शाम 18.40 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 11.20 बजे बान्द्रा टर्मिनस पहुंचेगी। वहीं, गाड़ी संख्या 09706, बान्द्रा टर्मिनस-जयपुर मार्ग पर सोमवार को दोपहर 14.40 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 08.45 बजे जयपुर पहुंचेगी

जयपुर-बान्द्रा टर्मिनस साप्ताहिक सुपरफास्ट नॉन-स्टॉप प्रीमियम रेलसेवा में यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। इसमें कुल 18 डिब्बे लगाए गए है। इसमें एक डिब्बा फर्स्ट एसी, 2 सेकण्ड एसी, 8 थर्ड एसी, 1 थर्ड एसी इकोनोमी, 4 द्वितीय शयनयान और 2 पॉवरकार डिब्बे शामिल हैं।  यह रेल सेवा पूरी तरह से नॉन स्टाफ सेवा है, जो समय की बचत और आरामदायक यात्रा की गारंटी देती है।

रेलवे अधिकारियों का मानना है कि इस नई सेवा से जयपुर और मुंबई के बीच यात्रा करना और भी सुविधाजनक और तेज़ होगा। यात्रियों के लिए यह एक बड़ी राहत है, क्योंकि अब लंबी दूरी की यात्रा कम समय में, बिना बार-बार रुकावट के पूरी की जा सकेगी। इस नई प्रिमियम रेलसेवा का संचालन न केवल यात्रियों के लिए सुविधा का प्रतीक है, बल्कि यह राजस्थान और महाराष्ट्र के बीच आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को भी मजबूत करने में सहायक साबित होगा।