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Train Accident Mock-Drill : जामसर स्टेशन के पास ट्रेन एक्सीडेंट!, बचाव दल, एंबुलेंस सहित पहुंचे, 30 घायलों को हॉस्पिटल पहुंचाया

बीकानेर में ट्रेन एक्सीडेंट!, 30 घायल, राहत टीम मौके पर पहुंची
 
 

RNE Bikaner.
बीकानेर के जामसर स्टेशन से ट्रेन गुजर रही थी और स्टेशन मास्टर गाडी वॉच कर रहे थे। अचानक यार्ड से गुजरती ट्रेन के पिछले 2 कोच डिरेल हो गये हैं l मध्यम रफ्तार होने के बावजूद कोच पलटकर एक-दूसरे पर चढ़ गए। अफरा-तफरी मच गई। स्टेशन मास्टर ने तुरंत कंट्रोल के जरिये उच्चाधिकारियों को फोन किया। मौके पर बचाव दल पहुंचा। ट्रेन में सवार लोगों में से 30 घायल हो गए जिन्हें स्ट्रेचर पर लेकर एंबुलेंस के जरिये हॉस्पिटल पहुंचाया।

दरअसल यह घटनाक्रम बीकानेर में ट्रेन एक्सीडेंट की Mock-Drill का है। मतलब यह कि रेलवे ने अपने बचाव संसाधनों की जांच के लिए एक्सीडेंट का सीन क्रिएट किया और सभी टीमों को सूचना देकर वैसा ही इंतजाम किया गया जैसा वास्तविक एक्सीडेंट होने पर किया जाना चाहिए।

NDRF-SDRF मौके पर  

इसी लिहाज से सूचना प्रसारित होने के साथ ही अधिकारियों ने सेल्फ प्रोपेल्ड एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन(SPART) एवं दुर्घटना राहत गाड़ी(ART) को घटनास्थल पर पहुँचने का आदेश दिया। साथ ही NDRF ( राष्ट्रीय आपदा मोचन बल )व SDRF (राज्य आपदा मोचन बल ) को भी सूचित किया l आदेश पाकर उक्त राहत प्रदान करने वाली गाडीयां घटना स्थल जामसर स्टेशन यार्ड के लिए रवाना हुई l

अधिकारियों ने रेलवे अस्पताल लालगढ़, राजकीय अस्पताल बीकानेर, अग्निशमन विभाग,स्काउट गाइड एवं सिविल पुलिस बल को सहयोग के लिए तत्काल सूचित किया गया l घटनास्थल पर एक स्लीपर कोच दूसरे स्लीपर कोच के ऊपर चढ़ा हुआ था l इस स्थिति को देखकर सभी बचाव दलों, दुर्घटना राहत गाड़ियों व SPART ने त्वरित गति से कार्य शुरू किया l 

मौके पर किया ये इंतजाम

इसमें एनडीआरएफ की टीम ने टीम के सदस्यों ने अत्याधुनिक तकनीकी मशीनों से त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत एवं बचाव कार्यों में महती भूमिका निभाने का प्रदर्शन किया। सर्वप्रथम दुर्घटनास्थल को विशेष चमकीले टैग से घेराबंदी किया गया। अनावश्यक खड़ी जनता को दूर किया गया। एनडीआरएफ की टीम द्वारा लाउडस्पीकर से घोषणा की गई, कि हमारी टीम द्वारा सभी फंसे हुए घायलों को बाहर निकाल लिया जाएगा आप धैर्य बनाए रखें और अपना सहयोग प्रदान करें।

30 घायलों को 07 एंबुलेंस से ले गए

इस घटना में कुल 30 व्यक्ति घायल हुए जिनको बाहर निकालकर उपचार किया गया। इसमें कुछ घायलों को निजी प्राइवेट हॉस्पिटल एवं स्थानीय सरकारी अस्पताल में भी उपचार हेतु एंबुलेंस के माध्यम से भेजा गया। इस मॉकड्रिल में कुल 7 एम्बुलेंस पहुँची जो रेलवे,राजकीय एवं प्राइवेट हॉस्पिटल, 108 एंबुलेंस की सर्विस सम्मिलित थी। इस प्रक्रिया में चिकित्सा विभाग द्वारा एक सूची तैयार की गई जिसमें रेलवे स्टाफ निश्चित किया कि कोई भी घायल अब इन कोचों में नहीं बचा है। 

पूरी प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग

इस पूरी प्रक्रिया की ड्रोन कैमरे की सहायता से निगरानी एवं फोटोग्राफी की गई। सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग द्वारा घटनास्थल से लाइव प्रसारण किया गया जिसकी मंडल कार्यालय एवं मुख्यालय के डिजास्टर मैनेजमेंट रूम में बैठे अधिकारियों द्वारा निगरानी रखी गई। इसके लिए हेल्पलाइन काउंटर खोले गए एवं टेलीफोन नंबर दिए गए जिन्हें चेक भी किया गया। जनसम्पर्क विभाग द्वारा मीडीया को दुर्घटना से सम्बन्धित वास्तविक जानकारी उपल ब्ध कराई गयी l इसके साथ ही हेल्पलाइन नम्बर जारी किये गये व घायलों के परिजनों से सम्पर्क (समन्वय) हेतु सार्थक प्रयास किये गये l रेलवे के वाणिज्य, यांत्रिक, इंजीनियरिंग, संरक्षा, चिकित्साए, परिचालन, सिगनल एवं दूरसंचार, कार्मिक विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सराहनीय सहयोग प्रदान किया।

अधिकारियों ने कहा-शाबास  

अंत में अपर मंडल रेल प्रबंधक रुपेश कुमार ने असिस्टेंट कमांडर एनडीआरफ प्रवीण कुमार , सब इंस्पेक्टर बीरबल सिंह एसडीआरएफ , जामसर सिविल इंस्पेक्टर रवि कुमार , सर्किल ऑफिसर लूनकरणसर नरेंद्र व उक्त सभी की टीम का धन्यवाद किया साथ ही भविष्य में इस प्रकार की एक्सरसाइज में इसी जॉब्स के साथ सहयोग की आशा जताई l वरिष्ठ मंडल संरक्षण अधिकारी अंकुर कुमार झिंगोनिया ने भी इस मॉक एक्सरसाइज हेतु सभी का तहेदिल से आभार प्रकट किया।