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Prayagraj-Lalgarh Express के AC कोच में 21 घंटे बहता रहा पानी 

 
RNE Bikaner-prayagraj.
प्रयागराज से बीकानेर के लालगढ़ तक चलने वाली ट्रेन में बिगड़े हालात ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के दावों की पोल खोल कर रख दी। ट्रेनों में यात्री सुविधाएं और एक शिकायत पर समस्या का समाधान होने के दावे यहां लगातार कोच में बहते पानी में बहते नजर आए।
दरअसल Prayagraj से Rajasthan के lalgadh- Bikaner तक चलने वाली ट्रेन संख्या 12403 शनिवार 13 सितंबर रात को 11:10 बजे प्रयागराज से रवाना हुई। ट्रेन के AC कोच B-1 में गेट के पास थोड़ा पानी था। यात्रियों ने इसकी शिकायत अटेंडेंट से की तो उसने कपड़े से पोंछा लगा दिया। थोड़ी देर में पानी फिर आ गया और वही शिकायत और पौछे का क्रम चलता रहा। धीरे-धीरे पानी बढ़ता गया। अटेंडेंट ने भी सुपरवाइजर के जरिए सूचना भेजी। वीडियो भी भेजा लेकिन पूरी रात कोई तकनीकी स्टाफ इसे दुरुस्त करने नहीं आया। 
सुबह तक हालात ये हो गए कि सीटों के नीचे से होते हुए कोच के बड़े हिस्से में पानी फैल गया। यहां रखा यात्रियों के खाने का सामान, कपड़े आदि भीग गए। समान उठाकर ऊपर की सीटों पर रखा गया।

चूंकि इस ट्रेन का रूट भी डायवर्ट किया गया और लेट भी चल रही थी ऐसे में दोपहर लगभग 02 बजे जयपुर पहुंचने पर एक तकनीकीकर्मी कोच में पहुंचा। कुछ देर मशक्कत के बाद उसने भी कह दिया कि समस्या का तत्काल समाधान नहीं हो सकता। ट्रेन और कोच में पानी दोनों फिर चल पड़े। बीकानेर पहुंचने तक लगभग 21 घंटे पानी बहता रहा। 
इस बीच (Ringas) रींगस होते हुए Khatu Shyam Ji (खाटू श्याम जी) जाने वाले कई यात्री देरी और पानी की परेशानी के चलते जयपुर में ही ट्रेन से उतर गए। एक कूपे में बैठी बुजुर्ग महिला यात्रियों को TTE ने दूसरे कोच की खाली सीटों पर बैठने की इजाजत दी।
जानिए क्या कहते हैं यात्री :
इसी कोच में सफर कर रहे यात्री आदर्श मिश्रा बोले, यह जानकर बड़ी हैरानी होती है कि पूरी रात ट्रेन में पानी बहता रहा और रेलवे के कर्मचारी, अधिकारी कुछ नहीं कर पाए।
यात्री प्रकाश जायसवाल कहते हैं, सालों से ट्रेन में यात्रा कर रहे हैं। कई बार तकनीकी खामियां हो जाती है लेकिन 20 से 24 घंटों तक इसे दुरुस्त नहीं कर पाना हैरान करता है।