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Anganbadi Center : राजस्थान में आंगनबाड़ी केंद्रों की बदलेगी सूरत, नौ हजार आंगनबाड़ी में होगी हर सुविधा 

महिला बाल विकास विभाग 2365 केन्द्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र में विकसित कर रहा है। इसमें भवनों की मरम्मत करने के अलावा शौचालय का निर्माण व पेयजल व बिजली की सुविधा भी विकसित की जा रही है
 

राजस्थान की आंगनबाड़ी की सूरत बदलने वाली है। सरकार की तरफ से प्रदेश की नौ हजार आंगनबाड़ी केंद्र चकाचक होने वाले है। जहां पर इन आंगनबाड़ी केंद्रों को बढ़ने के योग्य बनाया जाएगा, वहीं इसमें  आने वाले बच्चों को बैठने के साथ खेल के लिए भी खिलौने उपलब्ध करवाए जाएंगे।

इसके लिए राजस्थान सरकार की तरफ से 165 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च की जाएगी। आगनबाड़ी केन्द्रों में शौचालय बनाने के साथ बिजली-पानी की सुविधा भी विकसित किया जाएगा। एक हजार आंगनबाड़ी केन्द्रों में काम शुरू भी हो चुका है। अधिक जर्जर भवनों में समग्र शिक्षा अभियान (समसा) के माध्यम से मरम्मत करवाई जा रही है। 

महिला बाल विकास विभाग 2365 केन्द्रों को आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र में विकसित कर रहा है। इसमें भवनों की मरम्मत करने के अलावा शौचालय का निर्माण व पेयजल व बिजली की सुविधा भी विकसित की जा रही है। इसमें विभाग 46.42 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। इनमें एक हजार से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों की मरम्मत व रंग-रोगन शुरू हो गया है।

समसा के माध्यम से करवा रहे काम

के में मरम्मत विभाग प्रथम चरण में समग्र शिक्षा अभियान (समसा) के माध्यम से 3 हजार 33 भवनों की मरम्मत करवा रहा है। इसके लिए 50 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति जारी की है। विभाग ने आंगनबाड़ी केन्द्रों की मस्त मत के वे लिए करीब 4 माह का समय दिया है। जब तक इन आंगनबाड़ी केन्द्रों को आसपास के सरकारी भवनों में शिफ्ट किया जाएगा। दूसरे चरण में 2979 आंगनबाड़ी के का काम करवाया जाएगा। इस पर करीब 53 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

समेकित बाल विकास सेवाएं निदेशक वासुदेव मालावत ने कहा कि जर्जर भवनों में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में मरम्मत शुरू हो गई है। जहां जरूरत है, वहां सभी केन्द्रों की इमारतों में मरम्मत करवाई जा रही है।