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Fake Currency Gang :  03 बीकानेरी युवकों सहित 06 को जयपुर में लाखों नकली नोटों सहित दबोचा

 

RNE Jaipur-Bikaner.
 

राजस्थान में नकली नोट छापने और इन्हें बाजार में चलाने वाले एक बड़ी गैंग पकड़ी गई है। जयपुर पुलिस की ओर से पकड़ी गई इस गैंग का मास्टर माइंड बीकानेर का मनोज बिश्नोई उर्फ गणपति है। मनोज सहित बीकानेर के तीन युवक इस गैंग में शामिल है। इनमें 02 जयपुर और एक उत्तरप्रदेश का युवक है। इनके कब्जे से लगभग 43 लाख रुपए के नकली नोट मिले हैं। माना जा रहा है की काफी मात्रा में नकली नोटों की ये सप्लाई कर चुके हैं। यह गैंग एक लाख रुपए असली नोटों के बदले 04 लाख रुपए के नकली नोटों की बिक्री कर रही थी।

गौरतलब है कि जयपुर पुलिस ने कुछ दिन पहले नकली नोट पकड़े थे। इसके साथ ही तफतीश शुरू की तो नोट छापने, सप्लाई करने वाली गैंग के मास्टर माइंड के रूप में बीकानेर स्थित मुक्ताप्रसाद कालोनी के मिस्त्री मार्केट में रहने वाले मनोज बिश्नोई उर्फ गणपति की पहचान हुई। सामने आया कि  बीकानेर से नोट छापकर जयपुर ले जाया जाता है। जयपुर से पूरी गैंग ओपरेट होती है। यहां एक फ्लैट में नोटों की कटिंग, थ्रेडिंग, बंडलिंग और सप्लाई का काम होता है। इस काम में बीकानेर जिले में बज्जू निवासी बलकरण बिश्नोई और मदनलाल सींवर भी शामिल हैं। इनके साथ जिन अन्य तीन युवकों को पकड़ा गया उनमें जयपुर जिले का राजेंद्र चौधरी, शंकरलाल चौधरी और प्रयागराज का प्रयागराज का विशाल शामिल है।


दरअसल SOG को दीपावली के मौके पर जयपुर में नकली नोट छापने और सप्लाई करने की सूचना मिली थी। एसओजी ने जयपुर में नारायण विहार थाना CI गुंजन सोनी को इसकी जानकारी दी। गुंजन सोनी ने टीम के साथ दबिश दी तो एक फ्लैट से राजेंद्र चौधरी और शंकर को पकड़ा गया था। दोनों के पास 43 लाख 24 हजार की नकली करेंसी जब्त की गई।
 

इसके बाद बीकानेर से 18 अक्टूबर को मनोज, बलकरण और मदन को पकड़कर ले जाया गया। अजमेर के वैशाली नगर से उत्तरप्रदेश के प्रयागराज निवासी एक वकील विशाल उर्फ अंकित को पकड़ा गया। पता चला कि पिछले एक साल से नकली नोट छापने का काम चल रहा था। गैंग अबतक करोड़ों रुपए की फेक करेंसी राजस्थान के कई लोगों को सर्कुलेट कर चुकी है।