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BAMS Course : राजस्थान में ही युवा ले सकेंगे बीएएमएस की शिक्षा, इस कालेज को मिली 60 सीट की मंजूरी 

आयुर्वेदिक, यूनानी, होयोपैथिक और प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा निदेशालय की ओर से तीसरी काउंसलिंग में सीकर, केकड़ी और भरतपुर के कॉलेजों को भी शामिल किया गया है
 

आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा की पढ़ाई के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए राहतभरी खबर है। लबे इंतजार के बाद सीकर में बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद मेडिसिन एंड सर्जरी) की 60 सीटें स्वीकृत कर दी गई हैं। आयुर्वेदिक, यूनानी, होयोपैथिक और प्राकृतिक चिकित्सा शिक्षा निदेशालय की ओर से तीसरी काउंसलिंग में सीकर, केकड़ी और भरतपुर के कॉलेजों को भी शामिल किया गया है।

अच्छी बात है कि सीकर का आयुर्वेद कॉलेज तीसरी काउंसलिंग में शामिल हो गया है। सीकर के आयुर्वेद कॉलेज में बीएएमएस के कोर्स के जरिए विद्यार्थियों को आयुर्वेद चिकित्सा शिक्षा के लिए दूसरे जिलों या राज्यों में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वहीं आयुर्वेद की पढ़ाई के लिए सरकारी कॉलेज में सुविधा मिलने से निजी कॉलेजों में लाखों रुपए खर्च करने से काफी हद तक निजात मिल जाएगी।

जिले में आयुर्वेदिक स्वास्थ्य सेवाओं को भी मजबूती मिलेगी। प्रदेश स्तर पर हुए इस निर्णय के बाद अब सीकर के आयुर्वेद कॉलेज में बीएएमएस की पढ़ाई शुरू हो सकेगी और विद्यार्थी स्थानीय स्तर पर ही एडमिशन ले पाएंगे। केकड़ी और भरतपुर के कॉलेज को साठ-साठ सीट दी गई है। जबकि कोटा आयुर्वेद कॉलेज के लिए 30 अतिरिक्त सीट बढ़ाई गई है।

खुद के भवन में शुरू होगा कोर्स राजकीय आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा एकीकृत महाविद्यालय फिलहाल चन्दपुरा स्थित किराए के भवन मे संचालित है। बीएनवाइएस की तीस सीटों की स्वीकृति के बाद इस सत्र में बीएएमएस कोर्स के लिए केन्द्रीय आयुष मंत्रालय के अधीन भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद राष्ट्रीय आयोग नई दिल्ली ने 60 सीटो के लिए स्वीकृति जारी कर दी है।

जिससे यहां भी 60 छात्रो को नीट अंको की मेरिट के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा। वर्तमान सत्र मे बीएएमएस की स्वीकृति मिलने से महाविद्यालय मे बीएएमएस के तीन बैच एवं बीएनवाईएस के पांच बैच का संचालन होगा। महाविद्यालय का नवीन भवन जनाना हास्पिटल के पास निर्माणाधीन है। कॉलेज का निर्माण कार्य पूरा होने से संभवत: दिसबर मे आरएसआरडीसी की ओर से भवन महाविद्यालय संचालन के लिए सुपुर्द कर दिया जाएगा। इसके बाद महाविद्यालय का संचालन नवीन भवन मे किया जा सकेगा।

इनका कहना है प्राचार्य का

 राजकीय आयुर्वेद कॉलेज सीकर प्राचार्य डॉ. महेन्द्र सोरठा ने कहा कि भारतीय चिकित्सा केन्द्रीय परिषद राष्ट्रीय आयोग नई दिल्ली ने सीकर आयुर्वेद कॉलेज के लिए साठ सीट स्वीकृत कर दी है। जिससे कॉलेज में अब बीएएमएस कोर्स शुरू हो सकेगा।