{"vars":{"id": "127470:4976"}}

राजस्थान के इस जिले में खुलेगा ड्रोन पायलट ट्रेंनिंग सेंटर, दसवीं पास युवा ले सकेंगे प्रशिक्षण

 

Rajasthan: स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि शिक्षा विश्वविद्यालय में ड्रोन पायलट ट्रेंनिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा। बीते सोमवार को ही विश्वविद्यालय ने इस प्रशिक्षण के लिए पीसीबी भारत ड्रोनस के साथ एक एमओयू हस्ताक्षर किया है। विश्वविद्यालय के कुल गुरु डॉ अरुण कुमार की उपस्थिति में यह कार्यक्रम संपन्न हुआ जिसमें कई वरिष्ठ अधिकारी और संकाय के सदस्य भी थे।

 निदेशक अनुसंधान डॉ विजय प्रकाश ने जानकारी दिया कि इस केंद्र की स्थापना से कृषि में ड्रोन तकनीक का व्यापक उपयोग हो पाएगा और द्रोण से फसलों की निगरानी खाद एवं कीटनाशक दवाइयां का छिड़काव और साथ ही फसल स्वास्थ्य की जांच भी की जा सकेगी जिससे कृषि क्षेत्र में काम करने वाले किसानों को आसानी होगी। इसकी लागत काम आएगी जिससे प्रत्यक्ष प्रभाव किसने की आय पर पड़ेगा।

 यह तकनीक खेती को और सुरक्षित बना देगी इसके साथ ही साथ इससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। वहीं दूसरी तरफ विश्वविद्यालय के आय में भी बढ़ोतरी होगी इसके साथ ही रोजगार के अवसर खुल जाएंगे।

 ड्रोन पायलट ट्रेंनिंग सेंटर में प्रशिक्षण के लिए न्यूनतम योग्यता दसवीं पास और 18 वर्ष से अधिक निर्धारित की गई है। यह प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले युवाओं को केवल कृषि में ही नहीं बल्कि औद्योगिक रक्षा आपदा प्रबंधन और निगरानी जैसे क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त करने का अवसर मिलेगा।