Jaisalmer Fire in Bus: 20 जिंदा जले, शव बॉडी पर चिपके, कुछ की डीएनए से होगी पहचान
प्री वैडिंग शूट पर गए कपल के जीवन के साथ सपने भस्म
एक परिवार के पांच लोगों की मौत
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुख जताया, आर्थिक सहायता दी
मुख्यमंत्री भजनलाल मौके पर पहुंचे
कोयला हो चुके शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट होगा
RNE Jaisalmer-Jodhpur.
राजस्थान के जैसलमेर में चलती बस में लगी आग के दर्दनाक हादसे में अब तक 20 बस यात्रियों की मौत हो चुकी है। इनमें से 19 जहां जलती बस में फंसकर मर गए वहीं एक ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया। बस में आग इतनी भयानक थी कि यात्री बाहर नहीं निकल सके। जलते रहे। चीखते रहे। आखिर दम तोड़ दिया। कइयों के शव जलकर कोयला हो गए जिनकी अब तक पहचान नहीं हो पाई है। इनकी पहचान के लिए DNA टेस्ट होगा।
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चलती बस में लगी यह आग कितने घरों की उम्मीदें जला गई, कितने सपने भस्म कर गई इसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है। एक ऐसे जोड़े ने एक साथ दम तोड़ दिया जिनकी अभी शादी ही नहीं हुई थी। वे प्री वैडिंग शूट के लिए जैसलमेर गए थे। एक परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। कुछ ऐसे हैं जिनकी अभी तक पहचान ही नहीं हुई है।
भयावहता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि जली हुई बस से शव निकालने में सेना की मदद ली गई। बस की बॉडी से चिपके शव सेना के जवानों ने मंगलवार देर रात तक निकाले। दूसरी ओर 15 घायलों का जोधपुर के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया है। राहत कोष से सहायता घोषित की है। मुख्यमंत्री भजन लाल मौके पर पहुंचे। बस के हालात देख उनका गला भर आया। विधायक प्रताप पुरी महाराज, रवींद्र सिंह भाटी सहित कइयों ने मौके पर जाकर दुख में साथ होने की बात कही।
हादसे का कारण पटाखे तो नहीं :
हालांकि बस में आग लगने के कारण अभी तक सामने नहीं आए हैं। हैरानी की बात यह है कि यह AC बस बिल्कुल नई थी और पांच दिन पहले ही खरीदी गई थी। कुछ लोगों का कहना है कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी वहीं कइयों ने डिग्गी में पटाखे होने का भी अनुमान जताया।