Rajasthan Ring Road : राजस्थान का एक ऐसा भी रिंग रोड जो 10 साल से पड़ा हुआ अधूरा, लाखों रुपये पर फिर रहा पानी
कोटा में झालीपुरा से गामछ तक बनने वाले नॉर्दन बाईपास के फर्स्ट फेज का केवल रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य करीब 10 साल बाद भी अधूरा है
राजस्थान के कोटा शहर में रिंग रोड बनने का सपना दस दस साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। 26 किलोमीटर लंबे इस रिंग रोड का काम 600 मीटर की सड़क व रेलवे ओवरब्रिज के चक्कर में लटका हुआ है। इस रिंग रोड पर सरकार द्वारा लाखों रुपये खर्च किए जा चुके है, लेकिन इसके बाद भी जनता के काम नहीं आ रहा है। दस साल बीत जाने के बाद भी इस मसले को सुलझाया नहीं जा सका है।
कोटा में झालीपुरा से गामछ तक बनने वाले नॉर्दन बाईपास के फर्स्ट फेज का केवल रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य करीब 10 साल बाद भी अधूरा है। इसका निर्माण पूरा नहीं होने से करीब 26 किलोमीटर लंबे इस बाईपास का निर्माण पूरा नहीं हो पा रहा है। साथ ही इसके कारण कोटा को मिलने वाले रिंग रोड का सपना भी धरातल पर नहीं आ सका है।
केडीए (तत्कालीन यूआईटी) ने 10 साल पहले बाईपास के पहले फेज का निर्माण कार्य शुरू किया था। जिसके बाद झालीपुरा के पास रेलवे ट्रैक से गामछ तक सड़क तो बनाकर तैयार कर ली, लेकिन भूमि अधिग्रहण में विवाद के कारण झालीपुरा में केवल 600 मीटर की सड़क और आरओबी का निर्माण अधूरा रह गया। हालांकि, केडीए ने इसी साल किसी तरह विवाद को सुलझा लिया और निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया था। अब ये निर्माण कार्य फिर बंद हो गया है।
अब इस कारण बंद है काम
केडीए ने इसके निर्माण से पहले अर्थ रिटर्न वॉल बनाने के लिए पहले स्वीकृति नहीं ली। इसके निर्माण के लिए केडीए ने स्वीकृति के लिए मोर्थ को पत्र लिखा हुआ है। इसकी स्वीकृति नहीं मिली है।
वहीं दूसरी ओर गामछ से बल्लोप तक के हिस्से में भी भूमि अधिग्रहण में विवाद के चलते काम बंद हो गया है। कोटा को 10 साल पहले मिलने वाला नॉर्दन बाईपास अभी भी कागजों में ही घूम रहा है।