Naresh Meena : बेटे नरेश मीणा की हालत देख फफक पड़ी मां! बोली बेटा रोटी खा ले
RNE Jaipur.
राजस्थान में नरेश मीणा का अनशन 12 दिन से चल रहा है। उन्हें SMS Hospital में भर्ती करवाया गया और स्वास्थ्य पर विपरीत असर पड़ रहा है। अब हर कोई उनसे आग्रह कर रहा है कि आंदोलन में हम साथ हैं। मिलकर न्याय दिलाएंगे लेकिन आप अनशन तोड़िये। यहां तक कि हॉस्पिटल पहुंची नरेशन की मीणा की मां और पिता बेटे की हालत देखकर रूआंसे हो गये। मां के तो आंसू ही निकल आये। बोली- बेटा रोटी तो खा ले...।
दरअसल Rajasthan के Jhalawar मंे स्कूल गिरने से मारे गये बच्चों के परिजनों को आर्थिक मुआवजा दिलाने की मांग पर नरेश मीणा अनशन कर रहे हैं। उनके अनशन को 12 दिन हो चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने सोशल मीडिया हैंडल से लिखा है ‘.इस तरह लंबे समय तक अनशन जारी रखने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगा है।
नरेश मीणा जनहित के मुद्दे पर अंादोलन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल को इस मामले मंे हस्तक्षेप कर अनशन तुड़वाने का प्रयास करना चाहिये। मैं नरेशन मीणा से भी अपील करता हूं कि आप अनशन समाप्त करें। आपकी भावना जनता तक पहुंच गई है।’ इससे पहले RLP के MP Hanuman Beniwal नरेश मीणा से मिलने हॉस्पिटल गए। Bharatpur से कांग्रेस सांसद संजना जाटव भी नरेश मीणा से मिलने हॉस्पिटल पहुंची। MP Sanjana Jatav के हॉस्पिटल जाने और नरेश मीणा से मिलने पर सियासी सुगबुगाहट भी शुरू हुई है।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता Sachin Pilot भी मीणा के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जाता चुके हैं। प्रहलाद गुंजल ने भी हॉस्पिटल पहुंचकर नरेश मीणा से अनशन तोड़ने का आग्रह किया।
बेटा बोला, बच्चों को न्याय दे दो, पापा खाना खा लेंगे
नरेशन मीणा का बेटा उनसे मिलने हॉस्पिटल पहुंचा। यहां मीडिया के लोगों ने जब उनसे कहा कि आपके पापा अनशन कर रहे हैं। हालत बिगड़ रही है। क्या आपने उन्हें खाना खाने के लिए नहीं कहा! बेटे ने कहा, पापा झालावाड़ स्कूल में जो बच्चे मर गये उनके न्याय के लिए लड़ रहे हैं। उनकी हालत बिगड़ रही है लेकिन जब तक न्याय नहीं मिलेगा वे खाना नहीं खाएंगे।
सरकार को अगर चिंता है तो वह मृतक बच्चों के परिजनों केा 50-50 लाख रुपए दे दें। मेरे पापा अनशन तोड़ देंगे और खाना खा लेंगे। डॉक्टर कर रहे हैं लंबे समय तक खाना नहीं खाने से उनके ऑर्गन फेल हो सकते हैं।
क्या है मामला
दरअसल राजस्थान के झालावाड़ स्थित मनोहर थाना ब्लॉक के पीपलोदी सरकारी स्कूल की छत गिरने से मौके पर ही 07 बच्चों की मौत हो गई और 21 से ज्यादा घायल हो गये। मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता और न्याय दिलाने की मांग पर नरेश मीणा ने आंदोलन किया। अब वे 12 दिन से अनशन पर है।
कौन है नरेश मीणा
नरेश मीणा एक तरह से कांग्रेस के बागी है जिन्होंने देवली-उनियारा से कांग्रेस की टिकट मांगी थी। टिकट नहीं मिली तो निर्दलीय मैदान में उतर गये। हालांकि जीते नहीं लेकिन इस दौरान एक अधिकारी को थप्पड़ मारकर चर्चा मंे आ गये। जेल गये और लंबे समय बाद जमानत मिली है। जमानत मिलने के साथ बाहर आते ही उन्होंने झालावाड़ स्कूल मंे मृतक बच्चों के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए अंादोलन छेड़ दिया।