New Airport : राजस्थान के इस शहर हवाई पट्टी विकसित होगी एयरपोर्ट की तरह, केंद्र की टीम ने किया सर्वे
उड्डयन विभाग ने राजस्थान में आबूरोड, सिरोही समेत अन्य जिलों में चिह्नित हवाई पट्टियों के सर्वे के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। इधर, सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अपने नाम दर्ज हवाई पट्टी की जमीन उड्डयन विभाग के नाम दर्ज करवा दी है।
100 करोड़ का भेजा था प्रस्ताव
राजस्थान में लगातार एयरपोर्ट व सड़क मार्ग में सुधार किया जा रहा है। इसी कड़ी में राजस्थान की हवाई पट्टी को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने की योजना बनाई है। राजस्थान के आबूरोड शहर स्थित मानपुर हवाई पट्टी का हाल ही में सरकारी राइट्स कंपनी की टीम ने सर्वे किया है। टीम ने हवाई पट्टी के विस्तार, प्रवेश के रास्तों, आसपास बने भवनों व तकनीकी पहलुओं को ध्यान में रखकर रिपोर्ट तैयार की। यह रिपोर्ट नागरिक उड्डयन विभाग को सौंपी जाएगी। इसके आधार पर हवाई पट्टी को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करने की प्रस्तावित योजना पर निर्णय लिया जाएगा।
उड्डयन विभाग ने राजस्थान में आबूरोड, सिरोही समेत अन्य जिलों में चिह्नित हवाई पट्टियों के सर्वे के लिए टेंडर आमंत्रित किए थे। इधर, सार्वजनिक निर्माण विभाग ने अपने नाम दर्ज हवाई पट्टी की जमीन उड्डयन विभाग के नाम दर्ज करवा दी है।
100 करोड़ का भेजा था प्रस्ताव
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने नवंबर, 2024 में मानपुर हवाई पट्टी को एयरपोर्ट का आकार देने के लिए करीब 100 करोड़ रुपए का प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार भेजा था। इसके तहत लगभग 32 हैक्टेयर भूमि का अधिग्रहण होगा। नवीन रन-वे पर 22 करोड़, चारदीवारी निर्माण पर 2.20 करोड़, बिजली व्यवस्था पर 1.63 करोड़, पानी की व्यवस्था पर 87 लाख, गार्ड सुविधा पर 1.29 करोड़,
एयरक्राट पार्किंग पर 1.75 करोड़, फायर स्टेशन, कंट्रोल टावर व अन्य कार्यों पर 15 करोड़, सड़क निर्माण पर 1.20 करोड़, टर्मिनल भवन, फायर फाइटिंग सिस्टम व 1.99 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। कुल राशि में से भूमि अधिग्रहण किए जाने की एवज में दी जाने वाली मुआवजा राशि का प्रावधान किया है। हालांकि, इस प्रस्ताव को अभी तक स्वीकृति नहीं मिली है।
रक्षामंत्री व मुख्यमंत्री के सामने उठाया मुद्दा
ब्रह्माकुमारी संस्थान के प्रतिनिधिमंडल ने जयपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात कर उनसे आबूरोड में एयरपोर्ट की मांग की थी। मुख्यमंत्री शर्मा ने इस पर सहमति जताई थी। जालोर-सिरोही सांसद लुंबाराम चौधरी ने आबूरोड आगमन पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से एयरपोर्ट की मांग की थी। पालिकाध्यक्ष मगनदान चारण भी मुयमंत्री से हवाई अड्डे की मांग कर चुके हैं। इससे पहले भी सरकार से कई बार हवाई अड्डे की मांग की जा चुकी है।
टीम ने बताई थी उपयुक्त जगह
पूर्व में उदयपुर से नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों की टीम आबूरोड आई थी। जिसने मानपुर हवाईपट्टी का बारीकी से निरीक्षण किया था। टीम ने हवाई पट्टी को एयरपोर्ट के लिए उपयुक्त जगह बताया था। निरीक्षण के दौरान सार्वजनिक निर्माण विभाग के स्थानीय अधिकारी मौजूद थे।
पर्यटन व व्यवसाय को मिलेगा बढ़ावा
सिरोही जिले में आबूरोड सबसे बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। यहां उत्पादित माल विदेशों में निर्यात होता है। अन्य राज्यों के उद्यमी व्यवसाय संबंधी कार्यों के लिए यहां आते हैं। रेलवे नेटवर्क के प्रमुख स्टेशनों में आबूरोड स्टेशन शामिल है। यहां से 110 यात्री गाड़ियों का आवागन होता है।
आबूरोड के निकट पर्वतीय पर्यटन स्थल मांउट आबू, गुजरात का विश्व प्रसिद्ध अंबाजीधाम, महिलाओं की ओर से संचालित विश्व का सबसे बड़ा ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संस्थान व सिरोही में प्रमुख तीर्थस्थल होने से बड़ी संया में देशी-विदेशी पर्यटक बस या ट्रेन के माध्यम आबूरोड आते हैं। ऐसे में आबूरोड में एयरपोर्ट बनने से पर्यटकों व उद्यमियों आवागमन की बड़ी सुविधा उपलब्ध होगी।
आबूरोड के सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिशासी अभियंता रमेश परिहार ने बताया कि सरकारी राइट्स कंपनी की टीम ने मानपुर हवाई पट्टी का सर्वे किया है। टीम ने विभाग से जो भी जानकारी मांगी थी, वो उपलब्ध करवा दी है। हवाई पट्टियों के सर्वे के लिए नागरिक उड्डयन विभाग ने टैंडर आमंत्रित किए थे।