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New Four Lane Bypass : सीकर को जाम से राहत दिलाने के लिए बनाई विशेष योजना, बनेगा नया फोरलेन बाईपास

सरकार और पीडब्ल्यूडी ने दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों पर काम तेज कर दिया है। नवलगढ़ रोड पर बन रहे फोरलेन पुलिया को कल्याण सर्किल से जोड़ने के लिए प्रस्तावित 300 मीटर लंबे नए ओवरब्रिज की डीपीआर तैयार की जा रही है।
 

राजस्थान सरकार द्वारा सीकर शहर में लगने वाले जाम को दूर करने के लिए विशेष योजना बनाई है। जहां पर सीकर में नया फोरलेन बाईपास बनाने की मंजूरी दी है, वहीं नया ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। इसकी डीपीआर को तैयार किया जा चुका है। सरकार और पीडब्ल्यूडी ने दो महत्वपूर्ण प्रोजेक्टों पर काम तेज कर दिया है।

नवलगढ़ रोड पर बन रहे फोरलेन पुलिया को कल्याण सर्किल से जोड़ने के लिए प्रस्तावित 300 मीटर लंबे नए ओवरब्रिज की डीपीआर तैयार की जा रही है। वहीं दूसरी ओर फतेहपुर रोड से नवलगढ़ रोड तक 6.5 किमी लंबे फोरलेन बाइपास के निर्माण कार्य को भी मंजूरी मिल चुकी है। दोनों प्रोजेक्ट पूरे शहर की ट्रैफिक संरचना बदलने वाले साबित होंगे।

250 करोड़ के फोरलेन नया बाइपास से शहर को मिलेगा वैकल्पिक मार्ग

6.5 किमी लंबा फोरलेन नया बाइपास शहर के उत्तरी हिस्से से गुजरते हुए फतेहपुर रोड को नवलगढ़ रोड से जोड़ेगा। इस प्रोजेक्ट को 250 करोड़ रु. की स्वीकृति मिल चुकी है। डीपीआर के लिए चयनित फर्म को एलओए जारी कर दिया है। बाइपास पर आरओबी भी बनेगा। यूआईटी के अनुसार बाइपास के लिए 70% भूमि का अधिग्रहण पहले ही किया जा चुका है, जबकि शेष भूमि पर प्रक्रिया जारी है।

दोनों प्रोजेक्ट शहर को देंगे नई दिशा

ये दोनों प्रोजेक्ट न केवल जाम की समस्या खत्म करेंगे, बल्कि भारी वाहनों का दबाव भी शहर से वाहर हो जाएगा। इससे फतेहपुर, पिपराली, नवलगढ़ और औद्योगिक क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। शहर की यातायात व्यवस्था को अगले 20 वर्षों तक इन प्रोजेक्टों से मजबूत सहारा मिलेगा।

आरओबी बनने से मारू स्कूल के सामने नहीं लगेगा जाम

कल्याण सर्किल से सीधे नवलगढ़ पुलिया को जोड़ने वाला ये नया आरओबी शहर की बड़ी जरूरत बन चुका है। नवनिर्मित नवलगढ़ पुलिया की वर्तमान स्थिति के अनुसार वाहन मारू स्कूल के सामने से होकर पुलिया पर चढ़ेंगे, जिससे यहां जाम लगना आम बात होगी। पीडब्ल्यूडी एसई जेपी यादव के अनुसार डीपीआर बनाने का काम दिल्ली की फर्म को दिया है और 10 से 15 दिन में रिपोर्ट तैयार हो जाएगी।

प्रोजेक्ट की प्रारंभिक लागत लगभग 23.71 करोड़ आंकी थी। सरकार का कहना है कि डीपीआर बनने के बाद ही बजट स्वीकृत होगी। आरओबी के दोनों ओर सर्विस रोड और यूटिलिटी शिफ्टिंग भी प्रस्तावित है, जिसके लिए जमीन उपलब्ध है।