Internet Suspended : राजस्थान के इस क्षेत्र में इंटरनेट सस्पेंड, स्कूलों की छुट्टी घोषित
राजस्थान में किसानों का आंदोलन हिंसक हो गया है। आंदोलन को हिंसक होते देखकर प्रशासन ने हनुमानगढ़ जिले के इस क्षेत्र में इंटरनेट को सस्पेंड कर दिया और स्कूल व कालेजों की छुट्टी घोषित कर दी। ऐसे शुक्रवार टिब्बी क्षेत्र के स्कूलों की छुट्टी रहेगी और इस दौरान इंटरनेट सेवा भी बंद रहेगी। हनुमानगढ़ जिले के किसानों ने बन रही एथेनॉल फैक्ट्री में तोड़फोड़ कर दी और उनकी चाहरदीवारी को तोड़ दिया।
इस तोड़फोड़ से पहले किसानों ने टिब्बी के राठीखेड़ा गांव में किसान महापंचायत का आयोजन किया। जहां पर महापंचायत के बाद प्रदर्शन करते हुए फैक्ट्री के अंदर घुस गए और दीवार व अन्य सामान के साथ तोड़फोड़ कर दी। जहां पर कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। जाहं पर किसान व पुलिस के बीच में झड़प हो गई। इसमें कई किसानों को भी चोट आई। झड़प के दौरान कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया समेत कई लोग घायल हो गए। विरोध को
ऐसे शुरू हुआ विवाद
तनाव की शुरुआत तब हुई जब दिन में किसानों की 'एथेनॉल फैक्ट्री हटाओ संघर्ष समिति' और प्रशासन के बीच बातचीत विफल हो गई। किसान फैक्ट्री का निर्माण तुरंत रोकने के लिए लिखित आश्वासन की मांग कर रहे थे, जिसे प्रशासन ने देने से इनकार कर दिया। इसके बाद, शाम करीब 4 बजे, प्रदर्शनकारी फैक्ट्री की ओर कूच कर गए। किसानों ने ट्रैक्टरों की सहायता से निर्माणाधीन फैक्ट्री बाउंड्री वॉल को तोड़प दिया और जमकर पत्थरबाजी हुई। इस दौरान फैक्ट्री में खड़ी हुई दस से करीब गाड़ियों में आग लगा दी। इसमें एक जेसीबी, सात कारें, दो मोटरसाइकिलें और एक सरकारी पुलिस जीप शामिल थी।
इंटरनेट और बाजार बंद, स्कूलों में छुट्टी
उपद्रव के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए टिब्बी और आसपास के गांवों में शांति भंग होने की आशंका के चलते इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं, साथ ही स्कूल और दुकानें बंद रखने का आदेश भी दिया गया
जिला कलेक्टर और एसपी का बयान
देर रात, जिला कलेक्टर खुशाल यादव ने बयान जारी करते हुए कहा कि किसानों की भावनाओं को देखते हुए ही महापंचायत की अनुमति दी गई थी, लेकिन महापंचायत के बाद कुछ असामाजिक तत्वों ने फैक्ट्री परिसर को निशाना बनाया और कानून को अपने हाथ में लिया, जिन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और कानून हाथ में न लेने की अपील की।
हनुमानगढ़ के एसपी हरीशंकर ने बताया, 'इथेनॉल प्लांट के खिलाफ महापंचायत हुई थी। कुछ लोगों ने फैक्ट्री की तरफ कूच कर तोड़फोड़ की। झड़प में 5 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है.' उन्होंने बवाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही।
किसान क्यों कर रहे एथेनॉल फैक्ट्री का विरोध
यह विवाद ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड (चंडीगढ़ में पंजीकृत, 2020 में स्थापित) द्वारा लगाए जा रहे 40-मेगावाट के अनाज-आधारित एथेनॉल प्लांट को लेकर है। यह परियोजना भारत के एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम का हिस्सा है। 'एथेनॉल फैक्ट्री हटाओ संघर्ष समिति' से जुड़े किसानों की मुख्य चिंता 'भूमि अधिग्रहण' और 'क्षेत्र के भूजल स्तर पर फैक्ट्री के संचालन का नकारात्मक असर' होने को लेकर है। किसानों को डर है कि इस फैक्ट्री की वजह से पर्यावरण और स्थानीय आजीविका पर संभावित खतरा मंडराने लगेगा।