{"vars":{"id": "127470:4976"}}

New rail line : राजस्थान में रेलवे ने नई रेलवे लाइन की दी मंजूरी, 11 किमी लंबी लाइन का होगा सर्वे 

नई रेलवे लाइन के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्र को रेलवे लाइन से जोड़ा जाएगा। जहां पर रेलवे लाइन को बिछाने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा और इसमें जिन लोगों की प्रॉपर्टी आएगी, उनको मुआवजा दिया जाएगा।
 

रेलवे विभाग की तरफ से राजस्थान को एक ओर नई रेलवे लाइन की मंजूरी दी है। इस नई रेलवे लाइन के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्र को रेलवे लाइन से जोड़ा जाएगा। जहां पर रेलवे लाइन को बिछाने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा और इसमें जिन लोगों की प्रॉपर्टी आएगी, उनको मुआवजा दिया जाएगा। राजस्थान  के सबसे बड़े औद्योगिक प्रोजेक्ट पचपदरा रिफाइनरी अब रेलवे नेटवर्क से सीधे जुड़ जाएगी।

इसके लिए उत्तर पश्चिम रेलवे जोन ने बालोतरा से पचपदरा के बीच नई रेल लाइन बिछाने का प्रस्ताव तैयार किया है। रेलवे बोर्ड से सर्वे की हरी झंडी मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। जहां पर जमीन अधिग्रहण करके किसानों को मुआवजा दिया जाएगा। 

रेलवे सूत्रों के अनुसार, बालोतरा से पचपदरा तक करीब 11 किलोमीटर में नई रेल लाइन बिछाई जानी है। सबसे पहले इस रूट के सर्व का काम शुरू होगा, जिस पर 33 लाख रुपए खर्च होंगे। इसके लिए गत महीने के दूसरे सप्ताह में जोनल रेलवे ने पत्र लिखकर बोर्ड से स्वीकृति मांगी है। जैसे ही रेल बोर्ड से स्वीकृति मिलेगी, इसका सर्वे शुरू हो जाएगा।

इसलिए रेल कनेक्टिविटी की जरूरत

रिफाइनरी से पेट्रोल, डीजल समेत अन्य उत्पाद अब सीधे वैगन के जरिए बड़े शहरों और बंदरगाहों तक पहुंच सकेंगे, जिससे सप्लाई की लागत में कमी आएगी। बड़े पैमाने पर ईंधन की सप्लाई चेन तेज होगी। भारी मशीनरियों का सुरक्षित मूवमेंट कम लागत और समय पर संभव हो सकेगा।

डीएफसी से होगा जुड़ाव, रेवेन्यू भी बढ़ेगा

रेलवे एक्सप‌र्ट्स का कहना है कि रिफाइनरी से प्रतिदिन हजारों टन उत्पादन होगा। यदि इसका आधा हिस्सा भी रेलवे से दुलाई होता है, तो सालाना सैकड़ों करोड़ों का अतिरिक्त माल राजस्व मिलेगा। खास बात यह है कि नई लाइन भविष्य में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) से माल कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में भी उपयोगी होगी।