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Rajasthan News : राजस्थान में युवक की मौत पर हुआ बवाल, पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर खेदड़ा, पूर्व विधायक सहित दस को लिया हिरासत में 

 

राजस्थान की राजधानी जयपुर के पास जमवारामगढ़ में युवक के आत्महत्या करने के मामले में शुक्रवार को बवाल खड़ा हो गया। जहां पर परिवार के लोगों का कहना है कि वन कर्मियों द्वारा पिटाई करने से आहत होकर युवक ने आत्महत्या की है। जहां पर युवक ने फोन पर पुलिस को सूचित किया था, लेकिन जब तक पुलिस पहुंचती तब तक युवक की मौत हो चुकी थी।

जहां पर पुलिस ने शव को अस्पताल के मोर्चरी में रखवा दिया, लेकिन शुक्रवार को ग्रामीणों का गुस्सा फुट पड़ा और उन्होंने रायसर थाने का घेराव कर लिया और धरना शुरू कर दिया। इस दौरान ग्रामीणों ने थाने में घुसने का प्रयास किया तो पुलिस के साथ झड़प हो गई और पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को वहां से खदेड़ दिया। जहां पर प्रदर्शनकारियों के पास पहुंचे पूर्व विधायक गोपाल मीणा समेत करीब 10 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

जयपुर ग्रामीण एसपी राशि डोगरा ने बताया कि मृतक जमवारामगढ़ निवासी विक्रम मीणा है। वह वीरवार को दोपहर को कुशालपुरा गांव में पहाड़ी के पास बकरियां चरा रहा था। परिवान के लोगों ने आरोप लगाया है कि वन कर्मियों ने बकरियों के वन क्षेत्र में जाने की बात कहकर युवक को पकड़ा और उसके साथ मारपीट करके चालान वसूला।

परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि इस मामले की शिकायत लेकर विक्रम रायसर थाने पहुंचा, तो पुलिस ने अनसुनी कर दी। थाने से निकलने के बाद विक्रम ने पुलिस कंट्रोल रूम को कॉल किया और वनकर्मियों की मारपीट से आहत होकर आत्महत्या करने की बात कही। इस सूचना पर रायसर थाना पुलिस ने उसी नंबर पर विक्रम को कॉल किया, तो विक्रम ने कॉल रिसीव नहीं किया।

इसके बाद पुलिस ने लोकेशन ट्रेस करके पता लगाने का प्रयास किया, लोकेशन के आधार पर पुलिस मौके पर पहुंची तो विक्रम मीणा आत्महत्या कर चुका था। पुलिस ने तुरंत शव को उतार कर अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। जयपुर ग्रामीण एसपी राशि डोगरा का कहना है कि क्षेत्र में अब शांति व्यवस्था बनी हुई है। इस पूरे मामले को लेकर मृतक के परिजनों से बातचीत की जा रही है। समझाइश करके मामले को शांत करवाने का प्रयास किया जा रहा है। परिजनों की रिपोर्ट के आधार पर जांच की जाएगी। 

परिवार ने लगाया पुलिस पर आरोप

युवक के आत्महत्या के मामले में परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बिना बताए शव को उतारकर अस्पताल पहुंचा दिया। मामले की जानकारी मिलते ही काफी संख्या में ग्रामीण एकत्रित होकर बीती रात को वन विभाग के कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करने पहुंच गए।

आरोप लगाया कि विक्रम को पहाड़ी के पास पकड़ कर वनकर्मियों ने मारपीट की और फिर रेंज कार्यालय ले जाकर भी मारपीट की गई। मारपीट से आहत होकर उसने ये कदम उठाया। आक्रोशित भीड़ ने वन विभाग के रेंज कार्यालय पर रात को जमकर तोड़फोड़ की। 

विधायक पहुंचे धरना स्थल पर

शुक्रवार दोपहर को वन विभाग के गेट पर चल रहे धरने में जमवारामगढ़ विधायक महेंद्र पाल मीणा पहुंचे। ग्रामीणों का पक्ष जानने के बाद विधायक रायसर थाने पर पुलिस अधिकारियों से बात करने के लिए चले गए

 इसके थोड़ी देर बाद ग्रामीण भी वन विभाग के कार्यालय के गेट से उठकर रायसर थाने पर जा पहुंचे। जहां पर हंगामा खड़ा हो गया। पुलिस ने इस मामले में जमवारामगढ़ के पूर्व विधायक और जयपुर जिला देहात कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोपाल मीणा समेत करीब 10 लोगों को हिरासत में लिया है। ग्रामीणों का कहना था कि विक्रम मीणा परिवार में अकेला ही कमाने वाला था।