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राजस्थान में SIR-2026 की रफ्तार तेज, 92% मतदाताओं तक पहुँचे प्रपत्र, 33 लाख फॉर्म डिजिटाइज हुए

 

RNE Network.
 

राजस्थान में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR-2026) की प्रगति लगातार तेज हो रही है। अभियान के शुरुआती 10 दिनों में करीब 5 करोड़ से अधिक मतदाताओं तक बूथ लेवल अधिकारी (BLO) पहुंच चुके हैं और उन्हें गणना प्रपत्र प्रदान किए जा चुके हैं। राज्य के 92 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं तक अब तक प्रपत्रों का वितरण पूरा हो चुका है। बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित एवं एकत्रित कर रहे हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि झालावाड़ 99%, बूंदी 98.8%, राजसमंद 98.7%, डूंगरपुर 97.5% और बाड़मेर 97.1%  के साथ अग्रणी पांच जिले हैं। इसके विपरीत भरतपुर, जयपुर, टोंक, दौसा, जोधपुर और सिरोही वे जिले है जहां प्रपत्र वितरण अभी 90 प्रतिशत से कम है।

विधानसभा क्षेत्रों में झालरापाटन, बेगूं और केशोरायपाटन 99.9 प्रतिशत के साथ शीर्ष स्थान पर हैं, जबकि भरतपुर (50%) और नदबई (58%) सबसे कम प्रगति वाले विधानसभा क्षेत्र हैं।

डिजिटाइजेशन कार्य में तेजी, 33 लाख गणना फॉर्म अपलोड:

महाजन ने बताया कि भरे हुए गणना प्रपत्रों का डिजिटल रूपांतरण ईसीआईनेट पर तेजी से चल रहा है। अब तक 33 लाख फॉर्म डिजिटल रूप से दर्ज किए जा चुके हैं।

डिजिटाइजेशन की प्रगति में बाड़मेर, भरतपुर और चित्तौड़गढ़ अग्रणी हैं, जबकि बारां, बीकानेर और पाली में गति अपेक्षाकृत कम है।

उन्होंने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया कि डिजिटाइजेशन की गति को और तेज किया जाए तथा बीएलओ को आवश्यक तकनीकी सहायता सुनिश्चित की जाए।

उन्होंने यह भी बताया कि भारत निर्वाचन आयोग इस अभियान की निरंतर समीक्षा कर रहा है और पिछड़ने वाले जिलों के EROs को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने जोधपुर जिले में कार्य में आई गति पर संतोष व्यक्त किया।

ऑनलाइन गणना फॉर्म भरने की सुविधा उपलब्ध:

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे ऑनलाइन गणना फॉर्म भरने के विकल्प का अधिकाधिक उपयोग करें। मतदाता voters.eci.gov.in पर सीधे गणना प्रपत्र भर सकते हैं।

ऑनलाइन भरे गए फॉर्म सीधे संबंधित बीएलओ को प्राप्त हो जाते हैं, जिससे मतदाता को पुन: फॉर्म भरने की आवश्यकता नहीं रहती।

अब तक राज्य में 82 हजार गणना प्रपत्र ऑनलाइन जमा हुए है। हनुमानगढ़ और गंगानगर इस सूची में सबसे शीर्ष पर है जबकि बांसवाड़ा और डूंगरपुर सबसे नीचे।

ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में सत्यापन अभियान जारी:

महाजन ने बताया कि आयोग के निर्देशों के अनुरूप सभी जिलों में जिला निर्वाचन अधिकारी, निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी और सहायक अधिकारियों द्वारा निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बीएलओ सक्रियता से प्रत्येक मतदाता तक पहुंचकर जानकारी का भौतिक सत्यापन कर रहे हैं।

4 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक चलने वाले इस अभियान में बीएलओ नाम, पता, आयु और अन्य विवरणों का सूक्ष्म सत्यापन कर रहे हैं।

महाजन ने कहा कि यह प्रक्रिया मतदाता सूची की शुद्धता सुनिश्चित करने की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने बताया कि विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम 2026 राज्य की लोकतांत्रिक प्रणाली को और अधिक मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिसका मुख्य उद्देश्य पात्र मतदाताओं को सूची में सम्मिलित करना एवं अपात्र नामों को हटाना है।