सीएम ने दो दिन दिल्ली में रहकर की सभी मुद्धों पर बातचीत, मंत्रिमंडल विस्तार व पुनर्गठन से पहले नियुक्तियों की संभावना
कुछ मंत्रियों को बदलने तक की चर्चाएं तेज, पुनर्गठन हो सकता है
मधु आचार्य ' आशावादी '
RNE Special.
राज्य के भजनलाल मंत्रिमंडल के विस्तार व पुनर्गठन की उलटी गिनती शुरू हो गयी है। राज्य में दो साल से 6 मंत्रियों के पद रिक्त है, जिनको भरा ही नहीं जा सका है। इसके अलावा पार्टी रिपोर्ट कार्ड के आधार पर कुछ मंत्रियों को हटा भी सकती है। ऐसी चर्चाएं सोशल मीडिया पर खूब हो रही है।
वाट्सएप पर तो बाकायदा 6 मंत्रियों को हटाने व 7 मंत्रियों को बनाने की एक सूची भी खूब वायरल हो रही है। हालांकि इस सूची की पुष्टि कोई भी करने को तैयार नहीं है। मगर भजनलाल की दिल्ली यात्रा के साथ ही मंत्रिमंडल के पुनर्गठन की गहमागहमी आरम्भ हो गयी है। विधायकों की मंत्रिमंडल के लिए लॉबिंग भी आरम्भ हो चुकी है।
पहले राजनीतिक नियुक्तियां सम्भव:
राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा है कि सीएम की दिल्ली यात्रा में पार्टी नेतृत्त्व से राज्य में नियुक्तियों को लेकर भी चर्चा हुई है। माना जा रहा है कि मंत्रिमंडल पुनर्गठन से पहले राजनीतिक नियुक्तियां हो सकती है।
राज्य के अनेक वरिष्ठ नेता नियुक्तियों की प्रतीक्षा में है। जिले से प्रदेश स्तर तक नियुक्तियां करने का काम सरकार पहले करना चाहती है, क्योंकि दो साल सरकार बने हो गए। नियुक्तियां न होने से नेताओं व कार्यकर्ताओं में निराशा छाने लगी थी।
अब चूंकि राज्य में निकाय व पंचायत के चुनाव होने है, इसको देखते हुए सरकार राजनीतिक नियुक्तियां पहले करना चाहती है ताकि नेता व कार्यकर्ता ये दोनों चुनाव पूरे जोश से लड़ सकें। इस कारण ही राजनीतिक नियुक्तियां पहले होने की अधिक संभावना है।
प्रदेश कार्यकारिणी भी जल्दी:
मदन राठौड़ को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बने 6 महीनें से अधिक हो गए मगर अभी तक भी उनको पहले की प्रदेश कार्यकारिणी से ही काम चलाना पड़ रहा है। नई कार्यकारिणी के लिए कई बार बात हुई केंद्रीय नेतृत्त्व से मगर फाइनल कुछ भी नहीं हुआ।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव अभी तक नहीं हो सका है। राजनीतिक कारणों से वो चुनाव लगातार टलता ही जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि अब जल्दी ही राष्ट्रीय अध्यक्ष भी भाजपा को मिल जायेगा। संभवतः उससे पहले राज्य भाजपा की नई कार्यकारिणी गठित हो जायेगी।
इस बार प्रदेश कार्यकारिणी भी बिल्कुल बदली हुई नजर आएगी। भाजपा प्रदेश प्रभारी राधेमोहन व प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने कहा भी था कि जो लगातार पदाधिकारी बन रहे है उनको इस बार विश्राम दिया जायेगा। नये लोगों को संगठन में जगह दी जाएगी। कुछ विधायकों व मंत्रियों को भी संगठन में लगाया जा सकता है। इस तरह के संकेत मदन राठौड़ ने दिए भी है।
कुल मिलाकर आने वाले समय मे भाजपा की सरकार व संगठन में बड़े फेरबदल का होना निश्चित है।