राजस्थान का वो चमत्कारी मंदिर जिसके आगे औरंगजेब के भी छूटे थे पसीने, सर झुकाने पर हो गया था मजबूर
Rajasthan temple news : नाथद्वारा भारत के राजस्थान राज्य के उदयपुर का एक छोटा सा शहर है। यह 17वीं साड़ी का एक प्रसिद्ध मंदिर है जहां दर्शन करने के लिए देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। यहां भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है।
नाथद्वारा शहर का मुख्य आकर्षण श्रीनाथ मंदिर है जो कि भगवान कृष्ण के स्वरूप श्रीनाथ को समर्पित है। श्रीनाथ का अर्थ होता है भगवान का द्वार। इस मंदिर में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु पूजा करने आते हैं।
श्रीनाथ मंदिर को श्रीनाथजी की हवेली भी कहा जाता है। उसकी भव्यता और खूबसूरती पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। या वैष्णव संप्रदाय के हिंदुओं के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है जहां देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।
मंदिर की स्थापना के पीछे एक पौराणिक कहानी है जो इसके इतिहास को बताती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीनाथ की प्रतिमा को औरंगजेब के विनाशकारी क्रोध से बचने के लिए वृंदावन से यहां लाया गया था और यहां सुरक्षित स्थान पर रख दिया गया।
जब भगवान की प्रतिमा लाई जा रही थी तब यह प्रतिमा यहीं पर दास गई और गाड़ी का पहिया आगे बढ़ने से इनकार कर दिया। इसके बाद श्रीनाथजी का मंदिर का निर्माण वही कर दिया गया जहां दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं और पूजा अर्चना करते हैं। यह मंदिर बेहद चमत्कारी माना जाता है।
कहा जाता है कि इस मंदिर में औरंगजेब भी सर झुकाने पर मजबूर हो गए थे। देश दुनिया से लोग इस मंदिर के दर्शन करने हर साल लाखों की संख्या में आते हैं।