Touliyasar : बीकानेर के छोटे से गांव की दीपावली पर बड़ी पहल, पक्षियों की सोसायटी, उनके नहाने का स्विमिंग पूल
RNE Bikaner.
बीकानेर जिले में एक छोटा-सा गांव है तौलियासर। विश्वप्रसिद्ध भैरूंजी के मंदिर की वजह से सामान्यतया इस गांव को जाना जाता है लेकिन इस गांव के लोगों ने एक ऐसी खूबसूरत तस्वीर भेजी है जो देखकर किसी के मुंह से निकल सकता है-वाह।
दरअसल श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक इस गांव के लोगों ने मिलकर यहां पक्षियों के लिए कई घर बना दिये जिसे बर्ड टॉवर या पखेरूओं की सोसायटी कहें तो भी अनुचित नहीं होगा। इसके साथ ही उनके पीने के पानी और चुग्गे का इंतजाम कर दिया। पक्षियों को सबसे बड़ी सुविधा जो दी गई वह है स्नान की। मतलब यह कि पखेरूओं के पीने के पानी के साथ ही ऐसे छोटे जलाशय बनाकर उन्हें नियमित भरा जा रहा है जहां वे पानी पीने के साथ ही स्नान भी कर सके।
ऐसे मंे एक समय में जब पक्षी कम हो रहे थे हीं अब यहां चिड़ियों की चहचहाट, कबूतरों की गुटर-गूं, तोतो की रटन से लेकर मोर के नाच तक देखने को मिल जाते हैं। सुकून के यह दृश्य देखने वे लोग भी अब गांव लौटने लगे हैं जो यहां के निवासी है मगर बड़े शहरों में जाकर बस गये हैं।
इन सबके बीच शनिवार को यहां भ्रमणपथ के पास बने इस पक्षी नगर और इसके आस-पास की चौकी, पथ को दीपों से झिलमिल करने गांव के युवा जुट गये। इनमें लड़के-लड़कियां, वरिष्ठ सभी शामिल रहे। गांव के गणेश राजपुरोहित ने बताया कि इस सोसायटी और आस-पास के इलाके को लगभग 51000 दीपक से रोशन कर दिया गया। आयोजन में गांव के सरपंच सहित काफी लोग शामिल हुए। सभी ने अपने हाथों से दीप सजाए। पाली से आए हनुमान ने कहा, शहर में रोशनी बहुत है लेकिन दीपों की झिलमिलाहट काफी रोमांचित करती है।
राजपुरोहित ने बताया कि यहां पक्षियों के लिए 51 नीड़ निर्माण का उद्देश्य पूरा होने के साथ ही 51 हजार दीप जलाए हैं। भ्रमणपथ भी बनाया गया है। बताते हैं कि बीकानेर के सांसद और केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल भी जब आए तो इस जगह को देख रोमांचित हुए। मेघवाल ने अपने कोटे से यहां सौंदर्यीकरण में सहयोग भी दिया है।