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Wrong landing : गलत हवाई पट्टी पर उतार दिया राजस्थान सीएम का एयरक्राफ्ट, DGCA ने बैठाई जांच 

एयरक्राफ्ट को फलोदी के एयरफोर्स स्टेशन की हवाई पट्टी पर उतरना था, लेकिन क्राफ्ट के पायलटों ने एयरक्राफ्ट को पांच किलोमीटर पहले सिविल हवाई पट्टी पर उतार दिया
 

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल के एयरक्राफ्ट को निर्धारित हवाई पट्टी की जगह पर पांच किलोमीटर दूसरी हवाई पट्टी पर उतारने का मामला सामने आया है। गलत हवाई पट्टी पर एयरक्राफ्ट उतरने का पता लैंड होते ही पायलट को लग गई और उन्होंने फिर से उड़ान भरकर पांच किलोमीटर दूर स्थित दूसरी हवाई पट्टी पर उतरा गया।

मामला फलोदी की है। जहां पर 31 जुलाई को राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल ने दिल्ली से एयरक्राफ्ट में फलोदी के लिए उड़ान भरी थी। इस एयरक्राफ्ट को फलोदी के एयरफोर्स स्टेशन की हवाई पट्टी पर उतरना था, लेकिन क्राफ्ट के पायलटों ने एयरक्राफ्ट को पांच किलोमीटर पहले सिविल हवाई पट्टी पर उतार दिया। जबकि सीएम का काफिला, प्रशासन की टीम व भाजपा कार्यकर्ता मुख्यमंत्री के एयरक्राफ्ट का एयरफोर्स हवाई पट्टी पर कर रहे थे।

जैसे ही प्रशासन को पता चला कि मुख्यमंत्री के एयरक्राफ्ट को सिविल लाइन पट्टी पर उतार दिया है। इस पर प्रशासन में हड़कंप मच गया, लेकिन इसी बीच में पायलट ने अपनी गलती का असहसास हुआ और उन्होंने दोबारा से एयरक्राफ्ट की उड़ान भरकर फलोदी एयरफोर्स के हवाई पट्टी पर लेकर गए। जहां से मुख्यमंत्री का काफिला आगे के लिए रवाना हुआ। फलोदी एयरपोर्ट स्टेशन व सिविल हवाई पट्टी की दूरी करीब पांच किलोमीटर की है। 

कंपनी ने पायलट पर लिया एक्शन, DGCA ने शुरू की जांच 

मुख्यमंत्री के एयरक्राफ्ट को गलत जगह पर उतारने के मामले को DGCA ने गंभीरता से लिया है और इसकी जांच के आदेश दिए है। हालांकि एयरक्राफ्ट कंपनी ने खुद ही DGCA को इसके बारे में अवगत करवाया है। सीएम की सुरक्षा का मामला होने के चलते कंपनी ने जांच पूरी नहीं होने तक पायलट की सभी उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। 

कंपनी के सूत्रों के अनुसार हवाई पट्टी व फलोदी एयरफोर्स स्टेशन की दूरी पांच किलोमीटर है। जहां पर दोनों ही हवाई पट्टियों की  जियोग्राफिकल पोजीशन और रनवे की बनावट लगभग एक जैसी है। इसी के चलते पायलटों ने गलत जगह पर प्लेन को लैंड करवा दिया।