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भरतपुर: केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलने से जाट समाज नाराज, BJP के विरूद्ध ठोकी ताल

 
आरएनई,स्टेट ब्यूरो। लोकसभा चुनावों को लेकर सीएम भजनलाल के गृह जिले से बीजेपी के लिए नई चुनौती खड़ी हो गई है। आरक्षण से नाराज़ जाट समुदाय ने बीजेपी के विरूद्ध ताल ठोक दी है। तीन जिलों में घर घर जाकर लोगों के हाथ पर गंगाजल रखकर बीजेपी को वोट नहीं देने की कसम खिलाई जा रही है। दरअसल पूर्वी राजस्थान में जाट समाज बीजेपी से नाराज है। केंद्र में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिलने से बीजेपी के खिलाफ जाट समाज लामबंद हो गया है। चुनाव में बीजेपी को हराने के लिए ''ऑपरेशन गंगाजल'' शुरू किया है। खासा खफा हैं जाट समुदाय  जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने लगभग 50,000 पोस्टर भी प्रिंट कराए हैं। पोस्टर में लिखा है कि 'आरक्षण के नाम पर जाटों को बीजेपी से धोखा मिला है। इसलिए इस बार वोट की चोट से बीजेपी को हराना है। भरतपुर धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह ने बताया कि भरतपुर जिले से दो जाट विधायकों को बीजेपी सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया। जाट आरक्षण संघर्ष समिति का आरोप है कि बीजेपी सरकार ने जाटों को आरक्षण के नाम पर धोखा दिया है। भरतपुर और धौलपुर-करौली लोकसभा सीट पर बीजेपी को चुनाव में खामियाजा भुगतना होगा। बुधवार को भरतपुर-धौलपुर जाट आरक्षण संघर्ष समिति की बैठक में फैसला लिया गया।