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संस्थान की व्यवस्थाओं की सराहना, बाल संरक्षण में निष्ठा का आह्वान

  • बालिकाओं ने भेंट की पेंटिंग, न्यायाधिपति ने किया पौधारोपण

RNE Bikaner.

राजस्थान उच्च न्यायालय की जोधपुर पीठ के न्यायाधिपति और किशोर न्याय समिति के अध्यक्ष श्री मनोज कुमार गर्ग ने बुधवार को बाल अधिकारिता विभाग द्वारा संचालित राजकीय बालिका गृह और शिशु गृह का दौरा किया। उन्होंने दोनों संस्थानों का अवलोकन करते हुए बच्चों को दी जाने वाली सुविधाओं और व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की।

बालिका गृह की अधीक्षक श्रीमती कविता स्वामी ने बताया कि न्यायाधिपति श्री गर्ग ने संस्थान परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इसके पश्चात उन्होंने बालिकाओं के साथ संवाद किया और उनके रहन-सहन, शिक्षा और देखभाल से जुड़ी व्यवस्थाओं की जानकारी ली।

संस्थान में शून्य से छह वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए संचालित शिशु गृह (राजकीय विशेषज्ञ दत्तक ग्रहण एजेंसी) का निरीक्षण करते हुए न्यायाधिपति ने छोटे बच्चों से बातचीत की और उनके देखभाल संबंधी प्रबंधों का जायजा लिया। उन्होंने संस्थान की व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त करते हुए इसे सराहा।

राजकीय बालिका गृह की बालिकाओं ने अपनी कलात्मक प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए न्यायाधिपति को अपनी बनाई हुई पेंटिंग भेंट की। इस सौहार्दपूर्ण क्षण में न्यायाधिपति ने बालिकाओं के प्रयासों की सराहना की और उनकी हौसला-अफजाई की।

निरीक्षण के दौरान न्यायाधिपति ने संस्था के कर्मचारियों और अधिकारियों से बाल संरक्षण के इस पुनीत कार्य को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाने का आह्वान किया। उन्होंने बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करने पर विशेष जोर दिया।

इस अवसर पर किशोर न्याय बोर्ड की प्रधान मजिस्ट्रेट श्रीमती कविता सोनी, बाल अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक श्री सुरेंद्र कुमार, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्री जुगल किशोर व्यास, समिति के अन्य सदस्य, और संस्थान के स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।