आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानवीय भविष्य के लिए चुनौती है तो अवसर भी : चन्द्रकुमार
आरएनई, बीकानेर।
“कृत्रिम बुद्धि/ मेधा मानवीय भविष्य के लिए अवसर के साथ ही हमारे लिए चुनौती भी बन रही है।” ये उद्बोधन सूचना तकनीकी एवं ए-आई अध्येता चन्द्रकुमार ने मुख्य वक्ता के रूप में अभिव्यक्त किए। अवसर था बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर द्वारा जनरल जयदेव सिंह भार्गव स्मृति विचारपीठ के तहत ‘आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस एवं सामाजिक परिवेश’ विषय पर प्रौढ़ शिक्षा भवन सभागार में आयोजित संवाद कार्यक्रम का।मुख्य वक्ता चन्द्रकुमार ने स्मार्टफोन, कोरोना वैक्सिन, एम आर आई मशीन सहित विभिन्न तकनीकी अविष्कारों के निर्माण से जुड़े विभिन्न उदाहरणों एवं प्रसंगों के माध्यम से यह स्थापित किया जब भी हम किसी तकनीकी का आविष्कार करते हैं तब आविष्कार करते समय तो हमारे प्रयासों में हम आम आदमी का जीवन सरल और दक्ष बनाने के लिए शत-प्रतिशत प्रयासों के साथ अपना दायित्व निभाते हैं लेकिन तकनीकी आविष्कार कर लेने के बाद उसका उपयोग करते समय हम असंयमित एवं अनैतिक बनते जाते हैं। तकनीकी आविष्कार ने हमारे जीवन को सरलता और दक्षता तो दी है परन्तु तकनीक के प्रयोग में हमारी अनैतिकता ही तकनीकी विकास को सामाजिक परिवेश के लिए खतरा बना देती है। इसी दृष्टि से देखें तो ए-आई तकनीकी भी मानवीय समाज के लिए बेहतर भविष्य के रास्ते बना रही है लेकिन इसका अनैतिक संचालन सामाजिक परिवेश के लिए चुनौती भी बन रहा है। हमें बहुत गंभीरता से यह ध्यान रखना है कि तकनीक हमारे हाथों में रहे, हम तकनीक के हाथों में न जाएं।अध्यक्षीय उद्बोधन के तहत समिति के अध्यक्ष डॉ. ओम कुवेरा ने कहा कि तकनीकी बुद्धिमता का उपयोग करने के लिए हमें अधिक बुद्धिमान बनना होगा। इस क्रम में समिति के उपाध्यक्ष अविनाश भार्गव ने जनरल जयदेवसिंह भार्गव स्मृति विचारपीठ पर एवं समिति परिवार के सुरेश भार्गव द्वारा जनरल साहब के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए जीवन में संघर्ष एवं कठिनाइयों की परिस्थितियों में उनकी दृढ़ संकल्पी एवं निर्णय लेने की क्षमता को विशिष्ट बताया। संस्था के संयुक्त सचिव डॉ. ब्रजरतन जोशी ने मुख्यवक्ता का परिचय दिया। बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, बीकानेर की ओर से आगंतुक अतिथियों द्वारा इस अवसर पर जन शिक्षण संस्थान, बीकानेर के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों से चुनिंदा एक-एक संदर्भ व्यक्तियों में से शहरी क्षेत्र से श्रीमती पूजा कच्छावा और श्रीमती ममता पंवार और ग्रामीण क्षेत्र से श्रीमती संतोष बाहेती और श्री तरूण राठौड़ को मेजर जनरल जयदेवसिंह सम्मान से सम्मानित भी किया गया। सम्मानित संदर्भ व्यक्तियों ने कहा कि यह सम्मान जन शिक्षण संस्थान की पूरी टीम का सम्मान है।इस अवसर संस्था परिवार के संदर्भ व्यक्तियों में से खुश्बु भाटी, सबीना, रोशन परवीन, प्रवीण शर्मा, शहनाज, अनुसुईया, सुमन सुथा सुषमा भाटी, स्नेहलता भाटी, महेश सारण, सहित संस्थान के स्टाफ साथियों में लक्ष्मीनारायण चूरा, उमाशंकर आचार्य, विष्णुदत्ता मारू, श्रीमोहन आचार्य आदि की सक्रिय सहभागिता रही। आयोजन में जन शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष गिरिराज मोहता ने समिति परिवार की ओर से आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।