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श्रीगंगानगर में फूलों की खेती को मिले बढ़ावा- डॉ एन पी सिंह, कुलपति, बांदा कृषि विश्वविद्यालय( यूपी)

आरएनई,बीकानेर।

बांदा कृषि विश्वविद्यालय (यूपी) के कुलपति डॉ एनपी सिंह और स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अरूण कुमार ने मंगलवार को कृषि महाविद्यालय परिसर में बागवानी वैज्ञानिकों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में बांदा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एनपी सिंह ने कहा कि श्रीगंगानगर में फूलों की खेती को बढ़ावा दिया जाए। साथ ही कहा कि बागवानी वैज्ञानिक फलों, फूलों, और सब्जियों की खेती के सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए गहराई से शोध कार्य करें। ताकि किसानों को इसका लाभ मिल सके। साथ ही श्री सिंह ने खजूर की कटाई के बाद उसके प्रसंस्करण पर विशेष ध्यान देने की बात कही।

समीक्षा बैठक में कुलपति डॉ अरुण कुमार ने कहा कि सभी कृषि वैज्ञानिक, शिक्षक एवं विषय वस्तु विशेषज्ञ विशिष्टता के साथ शिक्षण व शोध का कार्य करे। कुलपति ने कहा कि सामुदायिक विभाग महाविद्यालय के बाजरा बिस्कुट और उद्यान विभाग के विभिन्न फलों के स्क्वैश से कैंडी निर्माण की तर्ज पर सभी विभागों के अपने अलग उत्पाद हों। डॉ अरुण कुमार ने सभी विभागों में समीक्षा बैठक माह के अंत तक करवाने के निर्देश भी दिए।

इससे पूर्व कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं उद्यान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ पी के यादव ने विभाग में चल रही विभिन्न परियोजनाओं , स्नातक, स्नातकोत्तर, एवं शोध के विषय की विभिन्न जानकारी दी। बैठक के अंत में अनुसंधान निदेशक डॉ पी एस शेखावत ने सभी सहभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। बैठक में एसकेआरएयू के अंतर्गत आने वाले छह जिलों बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर, झुंझुनूं व जैसलमेर के बागवानी वैज्ञानिकों ने हिस्सा लिया।