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बीएपी ने दौसा व देवली उणियारा में कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाई, फायदा भाजपा को

RNE Bikaner

राज्य की 7 विधानसभा सीटों पर अब चुनावी माहौल पूरी तरह गर्मा गया है। सभी पार्टियों व उम्मीदवारों ने अपनी पूरी शक्ति झोंक दी है। हर चुनावी हथकंडा काम में लिया जा रहा है। ये उप चुनाव भाजपा, कांग्रेस, रालोपा व बीएपी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई बने हुए हैं। हर दल ये चाहता है कि वो अपनी सीटों को तो किसी तरह बचा ले। अगर झोली में अतिरिक्त सीट आ जाये तो फिर सोने पर सुहागा है। भाजपा ने तो मिशन 7 तय कर अपने सभी नेताओं को चुनावी समर में उतार दिया है। खुद सीएम हर सीट पर पैनी नजर बनाए हुए हैं। वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ व प्रभारी राधा मोहन भी लगातार हर सीट का रोज फीडबैक लेकर आगे की रणनीति बना रहे हैं। भाजपा ने 40 स्टार प्रचारक बनाये हैं जो अब इन सीटों पर उतर रहे हैं।

हनुमान बेनीवाल खींवसर की सीट बचाकर रालोपा के वजूद को बचाने की जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं। क्योंकि ये चुनाव रालोपा जीत नहीं पाती है तो उसका विधानसभा में कोई सदस्य नहीं रहेगा। उनके लिए ये सीट प्रतिष्ठा की इसलिए भी है कि उन्होंने इस बार रालोपा से अपनी पत्नी कनिका बेनीवाल को उतारा है। भारतीय आदिवासी पार्टी ( बीएपी ) की सीट चौरासी की है। यहां पिछली बार कांग्रेस ने समझौते के कारण उम्मीदवार नहीं उतारा था। इस बार कांग्रेस भी मैदान में है। इस कारण बीएपी की पूरी प्रतिष्ठा इस सीट से जुड़ी हुई है।

कांग्रेस की 7 में से 4 सीटें है, जिनको बचाना उसकी बड़ी चुनोती है। दौसा, देवली उणियारा, झुंझनु व रामगढ़ सीटें कांग्रेस की है। इन सीटों की रक्षा करने में कांग्रेस को पसीने उतर रहे हैं। उसके लिए बागी और अपने ही बड़ी परेशानी बने हुए हैं। देवली उणियारा सीट बागी के न आने से पहले कांग्रेस अपनी सुरक्षित सीट मान रही थी मगर बागी नरेंद मीणा ने कांग्रेस का सारा गणित बिगाड़ दिया है। अन्य सीटों पर अपनों की नाराजगी पार्टी की राह में बड़े रोड़े खड़े कर रही है।
देवली उणियारा सीट से मूल चुनाव में हरीश मीणा जीते थे। बाद में वो सांसद का चुनाव जीत गये। इस कारण यहां उप चुनाव हो रहा है। यहां ने युवा तुर्क मीणा नेता भी टिकट मांग रहे थे, मगर पार्टी ने उनको टिकट नहीं दिया। उन्होंने बागी बनकर ताल ठोक दी है। अंतिम समय तक उनको मनाने की खूब कोशिश हुई मगर वे जिद पर अड़े रहे। अब कांग्रेस को नरेश से होता नुकसान साफ दिख रहा है।

कांग्रेस की मुश्किलें बीएपी ने भी बढ़ा दी है। कांग्रेस आरम्भ से ही बीएपी से समझौता चाहती थी और उसके लिए चौरासी सीट छोड़ रही थी ताकि देवली उणियारा, दौसा व सलूम्बर में उसे साथ मिल जाये। उस साथ से कांग्रेस मजबूत होगी। मगर बीएपी नहीं मानी। अब बीएपी ने कांग्रेस की मुश्किलें और बढ़ा दी। किसी राष्ट्रीय पार्टी को समर्थन न देकर बीएपी ने देवली उणियारा सीट पर कांग्रेस के बागी नरेश मीणा को समर्थन देने की अधिकृत घोषणा की है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने नरेश मीणा के समर्थन का अधिकृत पत्र भी प्रेस में जारी कर दिया। कांग्रेस उसके बाद से मुश्किल में आ गई है।

बीएपी के इस समर्थन से आदिवासी वोटर पर ये तो प्रभाव पड़ा ही है कि पार्टी कांग्रेस के खिलाफ है। इस सीट पर मीणा, गुर्जर व आदिवासी वोटों का ही बाहुल्य है। ये समर्थन कांग्रेस पर प्रतिकूल असर डालेगा। इतना ही नहीं बागी नरेश मीणा का रालोपा के हनुमान बेनीवाल व निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी ने भी समर्थन कर दिया है। कांग्रेस की देवली उणियारा सीट इस कारण फंस गई है। अपनी सीट बचाने में कांग्रेस को अब पसीना उतर रहा है। कांग्रेस को इस सीट पर अब केवल सचिन पायलट व हरीश मीणा से ही करिश्मे की उम्मीद है। इस सीट पर रोचक हो गई है चुनावी स्थिति।

बीएपी का इस सीट पर कांग्रेस के बागी को समर्थन देने का असर दौसा सीट पर भी पड़ेगा और कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ेगी। दौसा सीट पर भी आदिवासी वोटर है। अब उनको मनाकर साथ लाना कांग्रेस के लिए टेढ़ी खीर है। जाहिर इन बदली राजनीतिक स्थितियों का लाभ भाजपा को मिलेगा। कांग्रेस के लिए ये दोनों सीटें बचाना अब बड़ा मुश्किल काम हो गया है। रोचक चुनावी टक्कर होगी इन सीटों पर।



मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘ के बारे में 

मधु आचार्य ‘आशावादी‘ देश के नामचीन पत्रकार है लगभग 25 वर्ष तक दैनिक भास्कर में चीफ रिपोर्टर से लेकर कार्यकारी संपादक पदों पर रहे। इससे पहले राष्ट्रदूत में सेवाएं दीं। देश की लगभग सभी पत्र-पत्रिकाओं में आचार्य के आलेख छपते रहे हैं। हिन्दी-राजस्थानी के लेखक जिनकी 108 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। साहित्य अकादमी, दिल्ली के राजस्थानी परामर्श मंडल संयोजक रहे आचार्य को  अकादमी के राजस्थानी भाषा में दिये जाने वाले सर्वोच्च सम्मान से नवाजा जा चुका हैं। राजस्थानी भाषा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी के सर्वोच्च सूर्यमल मीसण शिखर पुरस्कार सहित देशभर के कई प्रतिष्ठित सम्मान आचार्य को प्रदान किये गये हैं। Rudra News Express.in के लिए वे समसामयिक विषयों पर लगातार विचार रख रहे हैं।