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मिशन की पेयजल परियोजनाओं में बिना भौतिक सत्यापन के ठेकेदारों को करोड़ों का किया भुगतान

आरएनई,स्टेट ब्यूरो। 

सूबे के चर्चित जल जीवन मिशन घोटाले पर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। सीबीआई ने कड़ा एक्शन लेते हुए पीएचईडी के 8 इंजीनियर निलंबित कर दिया है।

इस मामले में सीबीआई की एंट्री होते ही जलदाय विभाग में खलबली मच गई है। आला अफसरों ने मिशन की पेयजल परियोजनाओं में गंभीर अनियमिताएं करने वाले इंजीनियरों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू कर दी है।

बिना भौतिक सत्यापन करोड़ों का भुगतान

जानकारी के अनुसार अनियमिताओं की जांच रिपोर्ट के आधार पर बाडमेर के बालोतरा में ठेकेदारों को पाइप नहीं और बिना भौतिक सत्यापन के करोड़ों रुपए भुगतान करने, लोहे की जगह प्लास्टिक के पाइप बिछाने जैसी गंभीर अनियमताएं करने पर आठ इंजीनियरों को निलंबित कर दिया।

इन पर गिरी गाज

जानकारी के अनुसार बालोतरा डिवीजन के अधिशासी अभियंता जेपी गुप्ता, जगदीश सिंह राजपुरोहित, मुकेश मानतवाल, सहायक अभियंता सुनील माथुर, दीपक कुमार सिंह, कनिष्ठ अभियंता रामसिंह मीणा, सार्थ सिंदोलिया और खंड लेखाकार गोपीचंद सैनी है। निलंबित इंजीनियर जलदाय सचिव डॉ समित शर्मा के कार्यालय में उपस्थिति दर्ज कराएंगे।