शिक्षा विभाग में लंबे समय बाद काम, जिम्मेदारियों, अधिकारों और कर्मचारियों का बंटवारा
- माध्यमिक निदेशक मोदी, प्रारंभिक निदेशक जाट का संयुक्त आदेश, आमूलचूल बदल गई व्यवस्थाएं
आरएनई, बीकानेर।
राजस्स्थान शिक्षा विभाग में लंबे समय बाद मंगलवार से व्यवस्थाओं में बड़ा बदलाव हो गया है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी और प्रारंभिक शिक्षा निदेशक सीताराम जाट ने मिलकर व्यवस्थाओं और कामकाज की समीक्षा की। इसके साथ ही काम, जिम्मेदारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों का बंटवारा तय कर दिया। इन व्यवस्थाओं में खासतौर पर उन प्रकोष्ठ, जिम्मेदारियों को वापस प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय को सौंपा गया है जो पहले मर्ज कर ली गई थी।
मामला यह है:
दरअसल शिक्षा विभाग में प्रारंभिक एवं माध्यमिक दो शिक्षा निदेशालय हैं। लंबे समय से प्रारंभिक शिक्षा निदेशक पद पर किसी आईएएस अधिकारी को नियुक्त नहीं किया गया। ऐसे में यह चार्ज हमेशा माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पास ही रहा। काम को सुचारू करने पूर्ववर्ती निदेशकों ने प्रारंभिक शिक्षा के अधिकार क्षेत्र वाले कई प्रकोष्ठ और कामकाज को माध्यमिक शिक्षा में मर्ज कर लिया।
स्थिति यह हो गई:
नई सरकार के गठन के साथ ही लंबे समय बाद शिक्षा विभाग में दोनों निदेशकों के पद पर आईएएस अधिकारी नियुक्त हुए हैं। आशीष मोदी को माध्यमिक शिक्षा निदेशक और सीताराम जाट को प्रारंभिक शिक्षा निदेशक बनाया गया है। ऐसे में प्रारंभिक शिक्षा निदेशक तो नियुक्त हो गए लेकिन उनके जिम्मे के लगभग सभी काम माध्यमिक शिक्षा निदेशक के अधिकार क्षेत्र में मर्ज किये जा चुके थे। इसी को देखते हुए फिर से कार्यव्यवस्था को नये सिरे से लागू करने पर मंथन शुरू हुआ।ये 07 बड़े बदलाव: ये काम अब प्रारंभिक शिक्षा निदेशक करेंगे:
- नियुक्ति : प्रबोधक 1998, विद्यालय सहायक 1999 , पंचायत शिक्षक, शिक्षक भर्ती अध्यापक लेवल-1, लेवल-2, विशेष शिक्षक। प्रारंभिक शिक्षा के अधीन कार्मिकों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति आदि के काम।
- स्कूल खोलना, क्रमोन्नत करना: नये प्राइमरी स्कूल खोलना, प्राइमरी को मिडिल में क्रमोन्नत करना, नाम-स्थान परिवर्तन करना, स्कूल मर्ज करना, मर्ज किये स्कूल वापस डिमर्ज करना, शैक्षणिक भ्रमण, स्टाफिंग पैटर्न, प्रारंभिक शिक्षा शाला दर्पण पर राप्रावि क्रमोन्नत करना, इंस्पेक्शन, क्वालिटी एज्युकेशन आदि।
- पीएसपी कार्य: गैर सरकारी स्कूलों को क्रमोन्नत, नाम परिवर्तन, स्थान परिवर्तन, सीबीएसई आदि से मान्यता संबंधी काम। आरटीई में प्रवेश, भुगतान, मॉनीटरिंग आदि।
- प्रारंभिक शिक्षा विभाग का मॉनिटरिंग अनुभाग फिर से प्रारंभिक शिक्षा निदेशक के अधीन काम करेगा।
- प्रारंभिक शिक्षा का खेलकूद अनुभाग फिर से प्रारंभिक शिक्षा निदेशक के अधीन काम करेगा।
- प्रारंभिक शिक्षा के अधीन संचालित प्री-प्राइमरी कक्षाएं, बाल वाटिकाएं आदि।
- प्रारंभिक शिक्षा के अधीन कार्मिकों के प्राथमिक जांच कार्य।
कर्मचारियों सहित हस्तांतरित:
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के जो अनुभाग-प्रकोष्ठ माध्यमिक निदेशालय में काम करते थे वे अब वापस प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के अधीन हो जाएंगे। ऐसे में ये प्रकोष्ठ, अनुभाग आदि कर्मचारियों सहित ट्रांसफर होंगे। मतलब यह कि बड़ी संख्या में कर्मचारी भी इधर-उधर होंगे।
क्या कहते हैं कर्मचारी-शिक्षाविद :
कर्मचारियों के संघर्ष की जीत :
शिक्षा विभागीय कर्मचारी संघ ने प्रारंभिक तथा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय अलग-अलग होने के बावजूद मर्ज किए गए अनुभागो को पुनः अलग-अलग करने के संबंध में अनेक ज्ञापन दिए। सीताराम जाट प्रारंभिक शिक्षा निदेशक एवं आशीष मोदी माध्यमिक शिक्षा निदेशक से अपनी पहली ही मुलाकात में दो मांगे रखी। इसमें जिन अनुभागो को मर्ज किया गया है उन सभी अनुभागों को पुनः प्रारंभिक शिक्षा में सौंपने की मांग शामिल थी। संघ की मांग को मानते हुए पुनः प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय के सभी अनुभागों से संबंधित कार्यों को संपादित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैंण् यह जीत हमारे जांबाज कार्यकर्ताओं को समर्पित है इससे प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय बहुत मजबूत होगा।
लंबे समय तक प्रारंभिक शिक्षा निदेशक का पद रिक्त रहने से और माध्यमिक शिक्षा निदेशक के पास चार्ज होने से अनेक अनुभाग तथा कार्य माध्यमिक शिक्षा द्वारा संपादित होने लगे थे। अब दोनों ही निदेशालय में कार्यभार बंटवारे से शिक्षकों के कार्य जल्दी संपादित हो सकेंगे – महेन्द्र पाण्डे महामंत्री राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ