निकाय चुनाव की तैयारी: आयुक्त से मिले भाजपा नेता सुराणा, सीमांकन की प्रक्रिया जानी
- वार्डों के सीमांकन पर प्रस्ताव और अब तक की कार्रवाई की जानकारी ली
आरएनई, बीकानेर।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव अभी संपन्न हुए ही हैं कि राजस्थान में एक बार फिर चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। ये चुनाव है स्थानीय निकाय के। दूसरे शब्दों में कहें तो नगर निगम, परिषद, पालिकाओं में प्रतिनिधि चुनने के चुनाव इसी वर्ष होने वाले हैं। इसके साथ ही पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव भी होंगे। ऐसे में इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
इसी कड़ी में बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के बीकानेर शहर महमांत्री मोहन सुराणा और श्याम चौधरी ने पार्षदों, पदाधिकारियों के साथ नगर निगम आयुक्त से मुलाकात की। उनसे सीमांकन के प्रस्तावों के बारे में जानकारी ली। आयुक्त ने हालांकि यह माना कि सीमांकन की प्रक्रिया होनी है लेकिन अभी इस पर कोई काम होने या प्रभारी, नोडल अधिकारी नियुक्त जैसे आदेश नहीं हुए हैं। प्रक्रिया जल्द शुरू होने की संभावना है।
बीकानेर में 80 वार्ड, संख्या बढ़ना तय नही, एरिया बदल सकता है:
बीकानेर में नगर निगम क्षेत्र में कुल 80 वार्ड हैं। वार्डों की यह संख्या पिछले यानी वर्ष 2019 के चुनाव में ही बढ़ी है। इससे पहले वार्डों की संख्या 60 थी। ऐसे में महज पांच साल में जनसंख्या के आधार पर भी वार्डों की संख्या बढ़ने का अनुमान नहीं है। अलबत्ता, वार्डों के भौगोलिक क्षेत्र में कुछ बदलाव हो सकते हैं। इसकी वजह यह है कि अभी कई वार्डों के सीमांकन को लेकर प्रतिनिधियों से लेकर आम लोगों में असंतोष हहै। ऐसे में समानता लाने के लिहाज से कुछ वार्डों में बदलाव किया जा सकता है।
यूं 55 से 80 हुए बीकानेर के वार्ड:
1994 में लंबे अंतराल बाद बीकानेर में नगर परिषद के चुनाव हुए। उस वक्त वार्डों की संख्या 55 थी। वरिष्ठ भाजपा नेता बुलाकी गहलोत की पत्नी जसोदा गहलोत सभापति चुनी गई थी। आज की मेयर सुशीला कंवर के ससुर गुमानसिंह राजुपरोहित, भाजपा नेता गोपाल गहलोत, शहर भाजपा अध्यक्ष विजय आचार्य, सुनील बांठिया आदि उस वक्त भाजपा के पार्षद बने।
इसके बाद के चुनावों में 55 पार्षद ही चुने जाते रहे लेकिन वर्ष 2009 में वार्डों की संख्या 55 से बढ़कर 60 हो गई।
2019 यानी पिछले निगम चुनाव से पहले हुए सीमांकन में वार्डों की संख्या 80 हो गई। ऐसे में अब संख्या बढ़ने का अनुमान कम है। वार्डों के क्षेत्रफल में बदलाव किया जा सकता है।
विधानसभा-लोकसभा क्षेत्र का भी परिसीमन होना है:
निकाय क्षेत्र में वार्डों के परिसीमन के बाद विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र का भी परिसीमन होना है। माना जा रहा है कि नये परिसीमन में बीकानेर जिले में विधानसभा की सीट बढ़ सकती है। इसी तरह लोकसभा क्षेत्र में भी बदलाव की संभावना है।
यह बोले भाजपा नेता:
आयुक्त से मिले भाजपा नेता मोहन सुराणा ने माना परिसीमन का जिक्र भी चला और आयुक्त से प्रस्तावों के बारे मंे पूरी जानकारी मांगी है। उन्होंने जल्द प्रक्रिया शुरू करने और इसकी जानकारी देने को कहा है।
ये रहे साथ:
भाजपा महामंत्री मोहन सुराणा, श्याम चौधरी, पार्षद सुमन छाजेड़, पवन चांडक, विकास कुमार, फारूख, गणेश आचार्य आदि आयुक्त से मुलाकात में साथ रहे।