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बीकानेर से बड़ी खबर : राजस्थान कबीर यात्रा पर विवाद, न्यायालय पहुंचा मामला!

Controversy over Kabir Yatra, Matter reaches court
 

RNE Bikaner.

राजस्थान कबीर यात्रा और इससे जुड़े आयोजक गंभीर आरोपों के घेरे में आ गए है। मामला न्यायालय तक पहुँच गया है। इतना ही नहीं लोकायन संस्थान के कबीर यात्रा कांसेप्ट को चुपके से मलंग नाम की संस्था बनाकर उसमें शिफ्ट करने पर भी सवालिया निशान लगाए गए है। यात्रा और लोकायन संस्था से जुड़े रहे आयोजकों, संस्था के पदाधिकारियों ने ही इस पूरे मामले में वित्तीय अनियमितताओं से लेकर दस्तावेजों में छेड़छाड़ तक की बातें कही है।

दरअसल लोकायन संस्थान बीकानेर के प्रतिष्ठित आयोजन "राजस्थान कबीर यात्रा" के बाबत  जिला न्यायालय में संस्थान के सदस्यों व संस्था के हितों की रक्षा हेतु जिला न्यायधीश अतुल कुमार  सक्सेना के यहाँ प्रतिनिधित्व वाद प्रस्तुत किया गया है।

लोकायन संस्थान से जुड़े चन्द्रकुमार, रोहित बोड़ा के बयान के मुताबिक वाद में संस्थान के कोषाध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य द्वारा सचिव गोपाल सिंह चौहान तथा अध्यक्ष महावीर स्वामी सहित अन्य पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। आरोपों में आपसी मिलीभगत से गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, मनमर्जी से लिए निर्णयों और कूटरचित दस्तावेज़ों के ज़रिए चुनाव करवाना आदि शामिल है। इसके साथ ही मलंग फोक फाउंडेशन द्वारा अनाधिकृत रुप से आयोजित की जा रही राजस्थान कबीर यात्रा पर रोक लगाने की माँग की है। बताया गया है कि सभी पक्षों को नोटिस जारी कर सोमवार 29 सितंबर 2025 को ज़िला न्यायलय इस मामले सुनवाई करेगा।

ये हैं आरोप : 

दायर वाद में प्रतिवादियों पर गंभीर वित्तीय अनियमितताओं, संस्था के नियमों को ताक पर रख कर लिए मनमाने और एकतरफ़ा निर्णयों, और संस्था अहित के कार्य के आरोप लगाए गये हैं। लोकायन संस्थान की आम-सभा के अनुमोदन और अनुशंसा के बिना ही राजस्थान कबीर यात्रा सहित तमाम कार्यक्रमों और आयोजनों को लोकायन संस्थान के सचिव द्वारा अपने वितिय लाभ के लिए मलंग फोक फाउंडेशन के ज़रिए करने और लोकायन संस्थान को ही कबीर यात्रा और अन्य आयोजनों से दरकिनार कर संस्थान के हितों को अपूरणीय नुकसान पहुँचाने के आरोपों के चलते राजस्थान कबीर यात्रा पर रोक लगाने की माँग की गयी है। 

क्या है कबीर यात्रा और लोकायन संस्थान : 

बताया गया है कि 2012 में शुरू हुई राजस्थान कबीर यात्रा लोकायन संस्थान द्वारा ही आयोजित की जाती रही है। आरोप है कि वित्तीय पारदर्शिता, नैतिकता और लोक कलाकारों को उचित रायल्टी देने को लेकर उठे प्रश्नों की जवाबदेही से बचने के प्रयास हुए हैं। इसी कारण सचिव गोपाल सिंह द्वारा एकतरफ़ा निर्णय कर राजस्थान कबीर यात्रा को लोकायन की जगह मार्च 2024 में बनाये गये मलंग फोक फाउंडेशन के द्वारा आयोजित करने का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। गौररतलब है कि कबीर यात्रा 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक बीकानेर तथा आस पास के स्थानों में होना प्रस्तावित हैं।