BIKANER : थ्री व्हीलर के स्टैंड तय क्यों नहीं ! बिगड़ता है शहर का यातायात !!
जहां चाहे सवारी लेने को खड़े हो जाते है थ्री व्हीलर
निर्धारित होने चाहिए इनके खड़े होने के स्थान

बाहरी व्यक्ति से मनमाना किराया वसूली पर अंकुश लगे
शहर की तस्वीर बाहरी व्यक्ति के दिमाग में खराब न हो
थ्री व्हीलर चालकों पर अंकुश तो लगे
रितेश जोशी
RNE, BIKANER.
बीकानेर में सार्वजनिक यातायात के लिए सिटी बस नहीं है। मजबूरन इधर - उधर जाने के लिए अधिकतर थ्री व्हीलर का ही सहारा लोगों को लेना पड़ता है। पहले तांगे भी हुआ करते थे मगर घोड़ों के लालन पालन में अधिक खर्च होने के कारण यातायात का ' तांगे ' का साधन तो बंद हो गया।
आधुनिक टैक्सियों की कम्पनियों का भी इस शहर में अधिक प्रचलन नहीं है। इस सूरत में यातायात का एकमात्र व बड़ा साधन थ्री व्हीलर ही है। इनमें बैठकर ही लोगों को अपना सफर तय करना पड़ता है। भले ही वो थ्री व्हीलर पुराना या खटारा हो। मनमाने पैसे किराए के रूप में वसूलता हो।
जहां चाहे वहां होते खड़े
इन थ्री व्हीलर यानी टैक्सियों की स्थिति ये है कि ये सवारी उतारने या चढ़ाने के लिए जहां चाहे अपनी टैक्सी रोककर खड़े हो जाते है। इनको इस बात से मतलब ही नहीं कि उनके आगे व पिछे वाहनों की कतार लग गई है और जाम की स्थिति बन गई है।
यदि कोई हॉर्न बजाता है तो उसको अनसुना करते है और कोई पास जाकर उलाहना देता है तो उससे झगड़ने को तैयार हो जाते है। मजे की बात है कि दूर खड़ा ट्रैफिक का सिपाही यह सब आराम से देखता है, पास आकर उसे कुछ कहने की जेहमत भी नहीं उठाता।
निर्धारित हों खड़े होने की जगह
परिवहन विभाग, ट्रैफिक पुलिस व नगर निगम को मिलकर टैक्सी स्टैंड निर्धारित करने चाहिए ताकि हर कहीं टैक्सी खड़ी न हो। जो भी टैक्सी नियम तोड़े, उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही भी हो। स्टैंड होने से नागरिक को जब भी टैक्सी की जरूरत होगी, वो वहां पहुंचेगा और किराये पर टैक्सी लेगा। एक अनुशासन यातायात का भी कायम होगा।
किराया भी निर्धारित हो
टैक्सी चालक अभी तो ग्राहक से मनमाना किराया वसूल करते है। इस पर भी अंकुश लगना चाहिए। तय स्थानों की यात्रा के किराए की निर्धारित सूची टैक्सी स्टैंड पर लगनी चाहिए। नहीं तो मीटर लगी टैक्सियां ही चलनी चाहिए ताकि मोल तोल की स्थिति ही न रहे। मीटर देखे और किराया दे दें। कम से कम बाहर से आने वाले व्यक्ति से लूट तो नहीं होगी ना।