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BJP Bikaner : तीन पूर्व अध्यक्षों सहित वरिष्ठ नेताओं से भाजपा महिला अध्यक्ष के कामकाज का फीडबैक लिया!
 

 

RNE Bikaner.
 

राजस्थान में भाजपा अपने संगठनात्मक ढांचे और कामकाज को लेकर अत्यधिक सतर्क है और अध्यक्षों-पदाधिकारियों के कामकाज की भी औपचारिक-अनौपचारिक तौर पर लगातार समीक्षा हो रही है। नेताओं-पदाधिकारियों से संगठन की जिला इकाइयों का फीडबैक लिया जा रहा है और इसी फीडबैक के आधार पर वर्कर फं्रेडली और कार्यक्रमों पर फोकस करने वाला संगठन बनाया जा रहा है।

ऐसा नहीं है कि यह महज प्रदेश व जिला स्तर पर हो रहा है वरन जहां भी केन्द्रीय मंत्री या केन्द्र के नेता जाते हैं वहां भी वे पदाधिकारियों-नेताओं से अनौपचारिक तरीके से संगठन का फीडबैक ले रहे हैं। बीकानेर शहर में बनाई गई भाजपा की पहली महिला सुमन छाजेड़ के कामकाज को लेकर भी कुछ ऐसा ही फीडबैक लिया गया है। 
 

यह अनौपचारिक और कॉन्फिडेंशियल फीडबैक केन्द्रीय मंत्री और बीकानेर से भाजपा सांसद अर्जुनराम मेघवाल ने लिया है। बताया जाता है कि गुरुवार को एक दिवसीय प्रवास पर बीकानेर आए केन्द्रीय मंत्री ने व्यस्त कार्यक्रम में से कुछ समय भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से संगठनात्मक बातचीत में लगाया। इस दौरान बीकानेर शहर एवं देहात के तीन पूर्व अध्यक्षों से खास मुलाकात की। इन तीन अध्यक्षों में से एक ओबीसी के नेता को फिलहाल राज्य की भजनलाल सरकार में मंत्री का दर्जा दिया गया है। इनके अलावा एक यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष एवं भाजपा के उपाध्यक्ष भी इस विशेष फीडबैक मीटिंग में मौजूद रहे।
 

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बताया जाता है कि केन्द्रीय मंत्री और बीकानेर सांसद ने तीन पूर्व अध्यक्ष से बीकानेर की महिला अध्यक्ष के कामकाज और कार्यशैली के बारे में जानकारी ली। इसके साथ ही एक संगठनात्मक मुद्दे पर तीनों अध्यक्षों से सवाल किया कि उन्होंने इस बारे में अध्यक्ष से बात की या नहीं! संगठन के कामकाज को निर्विवाद और कार्यकर्ताओं और पार्टी विचारधारा के अनुरूप क्रियाशील रखने में सहयोग को भी कहा। 
 

भाजपा की पहली महिला अध्यक्ष पर फोकस क्यों!
 

बीकानेर में सुमन छाजेड़ को शहर भाजपा की अध्यक्ष बनाया गया है। ये शहर मीन भाजपा की पहली महिला अध्यक्ष हैं। उन्हें अध्यक्ष बनाने से पहले पार्टी में इस पद को लेकर काफी असमंजस और तनाव की स्थिति रही थी। महामंत्री मोहन सुराणा और यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका के नाम चर्चा में रहे थे। भाजपा ने जातिगत समीकरणों के आधार पर यहां वैश्य समाज से ही अध्यक्ष बनाने को प्राथमिकता दी थी। ऐसे में सुराणा और रांका के नाम पर चली खींचतान के बीच छाजेड़ को बेहतर विकल्प माना गया। वे वैश्य होने के साथ ही सक्रिय महिला नेता और पार्षद का चुनाव भी जीत चुकी है। उनका नाम एकबारगी बीकानेर नगर निगम मेयर के तौर पर भी चला था लेकिन बाद में भाजपा नेता गुमानसिंह राजपुरोहित की पुत्रवधू सुशीला कंवर को मेयर बनाया गया। भाजपा जिन महिला नेत्रियों के नाम महापौर या अध्यक्ष के तौर पर सामने आये थे उनमें एक नाम पार्षद एवं संघ के विभिन्न अग्रिम संगठनों में सक्रिय सुधा आचार्य का नाम भी शामिल रहा था।