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Deshnok : चौपाणी ब्राह्मण समाज संघर्ष समिति की मीटिंग में फैसला, श्री चतुर्भुज भगवान मंदिर की जमीन को खुर्द-बुर्द करने के खिलाफ संघर्ष होगा

 

RNE Deshnok-Bikaner.

श्री चतुर्भुज भगवान मंदिर की भूमि विवाद और संरक्षण को लेकर चौपाणी ब्राह्मण समाज संघर्ष समिति, देशनोक की एक बैठक मंदिर प्रांगण में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेवी एवं समिति के कोषाध्यक्ष शिवदयाल उपाध्याय ने की।

समिति की ओर से जारी बयान के मुताबिक बैठक में निर्णय लिया गया कि समाज की धार्मिक एवं अचल संपत्तियों की रक्षा हेतु संघर्ष समिति ठोस कदम उठाएगी। बैठक में मंदिर से जुड़े सभी दस्तावेजों की समीक्षा की गई और यह तय किया गया कि जिन असामाजिक तत्वों ने निजी स्वार्थवश मंदिर की भूमि को खुर्द-बुर्द किया, बेचा या कब्ज़ा जमाया, उनके विरुद्ध न्यायालय से कठोर कानूनी कार्रवाई की माँग की जाएगी।
अध्यक्ष अशोक कुमार उपाध्याय ने बताया कि संघर्ष समिति अन्य मंदिरों एवं धार्मिक स्थलों की भी सूची तैयार कर रही है, जिनकी संपत्तियों का दुरुपयोग या हड़पने का प्रयास हुआ है। यह सूची राज्य सरकार को सौंपकर संरक्षण की माँग की जाएगी।
कर्मचारी प्रदेश नेता एवं संघर्ष समिति के संरक्षक रमेश उपाध्याय ने बताया कि बीकानेर जिले के जांगलू गाँव में ऐतिहासिक केशूतलाई स्थित है, जिसके भूमि प्रलेख राजस्व विभाग से काफी प्रयासों से प्राप्त कर लिए हैं। इसका खसरा नंबर 979, पुस्तक संख्या 1, नए इंद्राज में दर्ज है। यह काफी बड़ी भूमि है और उपाध्याय वंश की गौरवशाली परंपरा से जुड़ी है। उन्होंने कहा कि इस धार्मिक स्थल का विकास होना आवश्यक है, अन्यथा इस भूमि पर भी अतिक्रमण होने का खतरा है। समाज को इस विषय पर गंभीरता से विचार और मंथन करना चाहिए।
बैठक में समिति के पदाधिकारी, वरिष्ठजन और समाज के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। प्रमुख उपस्थितियों में संरक्षक अशोक कुमार उपाध्याय, प्रहलाद राय शर्मा, उपाध्यक्ष राधेश्याम उपाध्याय; महासचिव अविनाश उपाध्याय; सचिव महावीर प्रसाद उपाध्याय; कार्यालय सचिव लालचंद उपाध्याय; विधि सलाहकार एडवोकेट भवानी शंकर जाजड़ा; सलाहकार श्यामसुंदर पंचारिया और नरोत्तम उपाध्याय शामिल थे। समिति ने सभी धार्मिक एवं सांस्कृतिक संपत्तियों के संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।