District Hospital Bikaner के डॉक्टर योगेश ने गुदा में फंसी बोतलनुमा चीज निकाली, पेट में मलद्वार बनाया
RNE Bikaner.
बीकानेर के जिला हॉस्पिटल में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया जिसमें रोगी के गुदा मार्ग (Ractum) में कोई चीज फंसी हुई नजर आई। हालांकि मरीज कॉलेनोस्कोपी करवाकर आया लेकिन फंसी हुई वस्तु साइज में बड़ी होने से निकल नहीं पाई। ऐसे में जस्सूसर गेट स्थित जिला अस्पताल में आपात ओपेरेशन किया गया। रेक्टम से निकली चीज देख डॉक्टर भी हैरान रह गए।
जिला हॉस्पिटल के सुपरिन्टेंडेंट डॉक्टर सुनील हर्ष ने बताया कि हॉस्पिटल में डॉ योगेश साध द्वारा रेक्टम में फँसी हुई फ़ोरेन बॉडी को निकाला गया। डॉक्टर साध ने बताया, मरीज कई दिनों से परेशान था। पेट दर्द की शिकायत लेकर आउटडोर में आया था। इसकी सीटी स्कैन करवायी जिसके उपरांत कॉलेनोस्कोपी करवाने का निर्णय लिया। डॉ. विनीता चौधरी ने कोलोनोस्कोपी से बताया के रेक्टम में फ़ोरेन बॉडी है। ऐसे में फ़ोरेन बॉडी को सफलता पूर्वक निकाला गया।
आंत का रास्ता पेट से बनाया :
गुदा में फंसी वस्तु बाहर निकालने के लिए किए गए ऑपरेशन की वजह से गुदा मार्ग फिलहाल बंद हो गया है। ऐसे में डॉक्टर ने आँत का रास्ता पेट से किया है। लगभग 3 महीने बाद वापस यह रास्ता सामान्य स्थिति में बनाया जाएगा। सर्जरी में डॉ साध के साथ उनकी टीम में एनेस्थेसीआ के डॉ गौरव जोशी, डॉ प्रवीण पेंसिया, स्टाफ शिव प्रजापत , अमृता सिस्टर तथा सम्पूर्ण सॅटॅलाइट हॉस्पिटल का योगदान रहा।
अधीक्षक डॉ सुनील हर्ष ने भी इसे सेटेलाइट हॉस्पिटल व बीकानेर शहर परकोटे के लिए एक नया कीर्तिमान बताया।