Skip to main content

Bikaner : पहलवान साब की स्मृति में भगवदकथा, दूसरे दिन कई प्रसंग सुनाये

व्यास मुख से कथारस बरसा, झांकियों में प्रभुलीला जीवंत

Bikaner : पहलवान साब की स्मृति में भगवदकथा, दूसरे दिन कई प्रसंग सुनाये

RNE Bikaner.

एक ओर पंडित गोपाल व्यास भगवदलीलाओं के विवरण सुनाते जा रहे, दूसरी ओर लीलाओं के अनूरूप स्वांग धारण कर कथाओं को जीवंत करते कलाकार। यूं लगा मानो व्यास वाणी से कथा का रस बरस रहा है और झांकियों में प्रभुलीला जीवंत हो रही है।

यह दृश्य है सूरदासणी बगीची का जहां हनुमान दास व्यास ( पहलवान साहब) की स्मृति में भागवत कथा चल रही है। कथा के दूसरे दिन पंडित गोपाल नारायण जी व्यास के मुखारविंद से भगवान वरहा अवतार, ब्रह्म उत्पत्ति और कृष्ण और विदुर मिलन दृश्यों का विवेचन हुआ। इस विवेचन के साथ ही झांकियों में साक्षात स्वरूप की प्रतिकृति के दर्शन भी हुए।

आयोजक बुलाकी दास व्यास ( जिला एवं सत्र न्यायाधीश) ने बताया कि आज दो झांकियाँ सजी। इसके साथ ही संगीतमयी प्रस्तुति में श्याम देरासरी और फलोदी के चेतन जी अपनी मधुर आवाज में प्रस्तुति दे रहे हैं। झांकी में राधिका पुरोहित, सिद्धिका, रजनी, मीनाक्षी,मीकू कृतिका, एकता ने भागीदारी निभाई।

गौरतलब है कि हनुमान दास व्यास ( पहलवान साहब) की स्मृति में 18 दिसंबर से भागवत कथा शुरू हुई जो 24 दिसंबर तक चलेगी। इससे पूर्व पहले दिन कलश यात्रा निकाली गई जो बड़ा गोपाल जी मंदिर(दम्माणी चौक) से सुदासाणी बगेची पहुंची।