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MGSU : महिला नेटबॉल टीम सलेक्शन में दो कर्मचारियों की मनमर्जी का आरोप!

RNE,BIKANER .

बीकानेर के महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू) में हाल ही एसीबी की ओर से सात लाख रुपयों के साथ ठेकेदार का प्रतिनिधि पकड़े जाने का विवाद थमा ही नहीं है कि अब की स्पोर्ट्स एक्टीविटी में बंदरबांट के आरोप लगने लगे हैं। खासतौर पर महिला नेटबॉल टीम सलेक्शन को लेकर गंभीर आरोप लगाया गए हैं। दो कर्मचारियों की मनमर्जी चलने और वास्तविक खिलाड़ियों को दरकिनार कर महज सर्टिफिकेट दिलाने अपात्रों को टीम में भेजने का आरोप भी लगाया गया है।

बीकानेर ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष सुधीश शर्मा ने महाराजा गंगा सिंह यूनिवर्सिटी की महिला नेटबॉल टीम सिलेक्शन में बंदरबाँट का आरोप लगाया है। शर्मा का कहना है, सलेक्टेड खिलाड़ियों की जगह यूनिवर्सिटी ने अन्य को खेलने भेजा। शादीशुदा उन महिलाओं को भी टीम में भेज दिया जाता है जिनके छोटे छोटे बच्चे होते है एवम् उनको नेटबॉल खेलना तो दूर पकड़ना भी नहीं आता। लगता है सर्टिफिकेट बेचने का रैकेट चल रहा है।

शर्मा का आरोप है कि पिछले वर्ष भी एक खिलाड़ी निकिता को टीम में नहीं लिया उसका नाम पहले 15 खिलैड़ियो में भी नहीं डाला। विरोध करने पर आनन-फानन में उसे अलग से पीछे से भेज टीम में शामिल किया गया।