Bikaner : शिक्षा विभाग में सभी विषयों की पदोन्नति लिस्ट जारी, 2 सालों के रिक्त पदों पर लगेंगे पदोन्नत लेक्चरर
- 26 शिक्षकों की पदोन्नति लिफाफे में बंद
- 12 की पदोन्नति स्थगित
- 102 को चयन का पात्र नहीं माना
RNE Bikaner.
राजस्थान के शिक्षा विभाग में सेकंड ग्रेड शिक्षक से हैड मास्टर की रिव्यू तथा सेकंड ग्रेड से ही लेक्चरर पदों पर डीपीसी हुई है। इसकी चयन सूचियां जारी कर दी गई है। इस सूची में शामिल 10,515 सैकंड ग्रेड टीचर अब लेक्चरर हो जाएंगे। 26 शिक्षकों की पदोन्नति लिफाफे में बंद रखी गई है। इसके साथ ही 12 की पदोन्नति स्थगित कर दी गई और 102 को चयन का पात्र नहीं माना गया। हालांकि साथ ही हैड मास्टर रिव्यू डीपीसी भी हुई है लेकिन इसका एक असर यह भी होगा कि मिडिल स्कूलों में हैड मास्टर के पद खाली रह सकते हैं। दरअसल दो सालों की बकाया रही पदोन्नति के बाद अब इन नव पदोन्नत व्याख्याताओं को सीनियर सेकेंडरी स्कूल में व्याख्याता के रूप में पोस्टिंग मिलने वाली है। वहीं इतने ही पद सेकेंड ग्रेड के कम हो जाएंगे, जिससे अपर प्राइमरी स्कूलों में हेडमास्टर की कमी आएगी।
जानिये किसको, क्यों प्रमोशन :
दरअसल शिक्षा सेवा नियमों के तहत हर वर्ष रिक्त होने वाले पदों पर ग्रेड सेकेंड टीचर्स को तय सीमा में पदोन्नत करके लेक्चरर बनाया जाता है। ऐसे में वर्ष 2021-22 और वर्ष 2022-23 के रिक्त पदों के आधार पर राज्यभर के दस हजार 515 ग्रेड सेकेंड टीचर्स को लेक्चरर पद पर प्रमोशन मिल गया है। इन लेक्चरर को एक अप्रैल 2021 से चयनित माना गया है। ऐसे में वेतन बढ़ोतरी के साथ पिछले चार साल का एरियर भुगतान भी मिलेगा। इस सूची में उन ग्रेड सेकेंड टीचर्स का भी नाम आया है, जो वर्ष 1989 से चयनित है। वहीं वर्ष 2008-09 के अधिकांश चयनित टीचर्स को प्रमोशन मिल गया है।
स्कूलों पर यह असर भी होगा :
पदोन्नति आदेश जारी होने के साथ ही इतनी बड़ी संख्या में प्रमोशन के बाद राज्य में ग्रेड सेकेंड के टीचर्स की कमी आएगी। एक साथ ग्रेड सेकेंड टीचर्स की कमी आने से नौवीं से दसवीं तक विषय पढ़ाने वाले टीचर्स पर अपर प्राइमरी स्कूल हेड मास्टर के पद खाली हो जाएंगे।