
Bikaner Railway Ambush Checking : एक दिन में, एक रुट पर, रिकॉर्ड 271 मामलों में 1.14 लाख वसूले
Ambush Checking between Hanumangarh-Hisar Route
RNE Bikaner.
ट्रेन में बिना टिकट या जनरल टिकट पर एसी, स्लीपर तक में यात्रा करने के आदी लोगों में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक साथ बीसियों TTE, RPF के जवान सहित रेलवे अधिकारी आ पहुंचे। एक-एक व्यक्ति की चैकिंग होने लगी। किसी को निकलने का मौका नहीं मिला और देखते ही देखते 271 ऐसे मामले पकड़ लिए गए जिनमें या तो यात्री बेटिकट थे या जिस कोच में बैठे थे वहां का टिकट नहीं था। इन सबसे 01 लाख 14 हजार 845 रुपए वसूल किए गए।
दरअसल यह एक रेलवे की विशेष चैकिंग थी जिसे Ambush checking कहते हैं। बीकानेर रेल मंडल पर सोमवार 12 मई को वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, बीकानेर के निर्देशन में सहायक वाणिज्य प्रबंधक के सुपरविजन में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों से वसूली करने हेतु विशेष टिकट चेकिंग अभियान (Ambush) चलाया गया। इसमें वाणिज्य स्टाफ द्वारा बिना टिकट यात्रियों पर अधिक से अधिक मामले बनाकर नया कीर्तिमान स्थापित किया गया।
रेलवे के सीनियर DCM भूपेश यादव ने बताया, अंबुश चैकिंग में वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी स्क्वाड टीम (सहित TC) के साथ हनुमानगढ़-हिसार रुट पर 12 मई को बिना टिकट यात्रियों के 271 मामले बनाकर 114845 रुपये की वसूली की। इस विशेष टिकट चेकिंग अभियान में रेलवे सुरक्षा बल का भी योगदान रहा। उक्त मामलों में यात्रियों द्वारा गन्दगी फैलाने व अधिक सामान ले जाने के मामले भी सम्मिलित हैं।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने बताया कि बीकानेर रेल मंडल बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों के प्रति सख्त है, साथ ही यात्रियों को श्रेष्ठ सुविधा प्रदान करने हेतु कटिबद्ध है।
क्या होती है अंबुश चैकिंग :
रेलवे में कई तरह की चैकिंग होती है जिसमें विशिष्ट है Ambush checking. इसमें चैकिंग करने वाले स्टाफ को भी पहले पता नहीं होता है कि कब, कहां, किस ट्रेन में चैकिंग करनी है। इसके साथ ही टिकट कलेक्टर्स के साथ ही वाणिज्य शाखा के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर होते हैं। इतना ही नहीं पर्याप्त संख्या में RPF के जवान भी चैकिंग में साथ होते हैं।