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BIKANER सहित मंडल में हिसार, भिवानी, लूनकरणसर, कोलायत, हनुमानगढ़ स्टेशन पर यह सिस्टम लगाया

RNE, BIKANER .

बारिश के दिनों में बीकानेर रेलवे स्टेशन से सांखला फटक, चौखूंटी फाटक तक ट्रेक पर पानी भरने और ट्रेनें लेट हो जाने की घटनाएं अब तक आम रही है लेकिन अब बारिश में ट्रेक पर पानी भर जाने के बाद भी ट्रेन लेट नहीं होगी। वजह रेलवे की ओर से उपयोग की गई एक नई तकनीक।


दरअसल बीकानेर यार्ड में (लालगढ की ओर) MSDAC (मल्टी सेक्शन डिजिटल एक्सेल काउंटर) उपकरण ट्रैक सर्किटों के समानांतर लगाया गया है। जिसके कारण बारिश का पानी ट्रैक में भरने पर ट्रैक सर्किट फेल्योर के कारण भी ट्रेने लेट नहीं होंगी।


पहले बारिश के मौसम में बीकानेर स्टेशन के लालगढ़ साईड यार्ड में पानी भरने के कारण सिग्नलिंग प्रणाली का ट्रैक सर्किट फेल हो जाता था जिससे ट्रेनें लेट हो जाती थी।

कैसा उपकरण :

MSDAC एक सिग्नलिंग उपकरण है, जो किसी स्टेशन या यार्ड में पॉइंट ज़ोन सेक्शन सहित कई लाइनों के लिए ट्रैक खाली होने का एक साथ पता लगाने के लिए डिज़ाइन किया गया है । MSDAC उपकरण डबल डिटेक्शन सुविधाएँ प्रदान करता है ।

इस उपकरण को लगाने से यार्ड में पानी भरने के कारण ट्रैक सर्किट फेल होने के बावजूद ट्रेनों का संचालन संभव हो पाता है जिससे ट्रेनों की समयपालना (Punctuality) में सुधार हुआ है । अब यह सुविधा बीकानेर मंडल पर बीकानेर सहित 06 स्टेशनों हिसार, भिवानी, लूनकरणसर, कोलायत, हनुमानगढ़ पर उपलब्ध है । इससे ट्रेन संचालन में अत्याधिक सुविधा हुई है।