Bikaner : लक्ष्मीनाथ पार्क में बरगद गिरा, छींपों के मोहल्ले में मकान धराशायी
जगह-जगह पानी, कई घरों में दरारें
RNE Bikaner.
शुक्रवार को आई तूफानी बारिश अपने पीछे बर्बादी के निशान छोड़ गई है। कहीं पेड़ गिर गये हैं तो कहीं घर धराशायी हो गए। कई मकानों में दरारें आ गई हैं।
100 साल पुराना बरगद धराशायी:
बरगद का वह पेड़ जिसके आगे अपनी मनोकामनाएं लेकर हर दिन महिलाएं दीपक जलाती। वटपूर्णिर्मा के दिन इसे उम्मीद के सूत्रों से पूरी तरह बांध दिया जाता लगभग सौ साल का वह पेड़ बीती रात की तूफानी बारिश में धराशायी हो गया।
बात हो रही है लक्ष्मीनाथ पार्क में गिरे एक बरगद की। शुक्रवार को आई तूफानी बारिश में लगभग सौ साल पुराना बरगद का पेड़ जड़ सहित उखड़कर गिर गया। लगभग 70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चली हवा में जब पेड़ गिरा तो आस-पास के दूसरे पेड़ों को भी ले गिरा। उनकी बड़ी टहनियां टूट गई। लक्ष्मीनाथ पार्क मंे संतोषी माता मंदिर के पास वाले इस पेड़ के पास ही ‘निचला बाग’ की रैलिंग लगी है उसे तोड़ते हुए ओपन जिम में इसका अधिकांश हिस्सा पसर गया।
गिर गया आशियाना:
तेज बारिश और तूफानी हवाओं के बीच हमालों की बारी के पास छींपों के मोहल्ले में एक मकान भरभराकर गिर पड़ा। गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं नहीं हुई। ओमजी भादानी का यह मकान गिरने के साथ ही शहर के कई हिस्सो मंे मकानों मंे दरारें आने की जानकारी सामने आई है। कई जगह अब भी पानी भरा है। निचली बस्तियों में पानी से घरों को ज्यादा नुकसान हुआ है।