80 खंबे गिरे, छह ट्रांसफार्मर धराशायी, तारों पर टीन शैड, घरों से सोलर प्लेटें उड़ी
- कहीं पेड़ गिरे, कहीं होर्डिंग उड़े, पूरा शहर अंधेरे में, बड़े इलाके में रातभर बिजली नहीं आएगी
RNE, BIKANER .
बीकानेर में शुक्रवार को शाम चार से पांच बजे तक लगभग एक घंटे में 21.4 मिमी बारिश के बाद भले ही सड़कों पर पानी जमा हुआ लेकिन बारिश बंद होने के डेढ़ घंटे बाद आये तूफान ने पूरे शहर के बिजली सिस्टम को तहस-नहस कर दिया।
लगभग 80 खंभे गिर गये। छह ट्रांसफार्मर उखड़ गये। घरों से उड़कर गऐ टीन शैड तारों मंे उलझ गये। कई घरों की छतों से सोलेर प्लेटें कागजों की तरह उड़कर जाती दिखी। नतीजा, शहर अंधेरे मंे डूब गया। लगभग 40 टीमें हालात सुधारने मंे जुटी तब भी रात को कब तक और कितने इलाके में बिजली सुचारू हो पाएगी इस बारे में पुख्ता तौर पर कुछ भी कहा नहीं जा सकता।
बिजली सुचारू करने में ये दिक्कतें:
जहां पोल उखड़े हैं वे पोल दुबारा लगाने होंगे। गिरे हुए ट्रांसफार्मर भी नये लगेंगे। जिन तारों पर टीन शैड या कुछ ओर गिरे हैं उन्हें हटाना होगा। जिन इलाकों में पानी भरा है वहां बिजली व्यवस्था सुचारू कर पाना खतरे से खाली नहीं होता। ऐसे मंे वहां पानी उतरने के बाद ही बिजली चालू होगी।
ये बड़ी दिक्कतें:
220 केवी के फीडर -1 और फीडर-9 पर पेड़ों की टहनियां गिरी हैं। इसी तरह 33 केवी लाइन पर भी टहनियां गिरी है।
फोटो में देखें कहां, कितना नुकसान :